रांची: शहर के वैसे लोग जो रांची नगर निगम से एक-दो साल पहले पानी का कनेक्शन लिये हैं, लेकिन निगम द्वारा उन्हें पिछले 10 सालों का बकाया बिल भेज दिया गया है. एेसे लोग नगर निगम में आवेदन देकर बिल में सुधार करवा सकते हैं. उक्त बातें नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने गुरुवार को निगम बोर्ड की बैठक में कही. श्री कुमार ने कहा कि हम उनके आवेदन की जांच करवा कर बिल में संशोधन करायेंगे.
श्री कुमार ने कहा कि ऐसी शिकायतें भी मिली हैं, जिसमें लोगों का यह कहना है कि उन्होंने वाटर कनेक्शन तो ले लिया है, लेकिन सप्लाई नल में कभी पानी आया ही नहीं है. ऐसे लोग भी आवेदन करें. उनके आवेदनों पर भी उचित कार्रवाई की जायेगी. बैठक में मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, अपर नगर आयुक्त विद्यानंद शर्मा, उप नगर आयुक्त संजय कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ण कुमार आदि उपस्थित थे.
पार्षदों पर भड़क गये चीफ इंजीनियर : बैठक में पार्षदों ने चीफ इंजीनियर सुरेश पासवान की कार्यशैली पर कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री विकास कार्यों में तेजी लाने का निर्देश देते हैं, वहीं निगम के चीफ इंजीनियर फाइलों पर कुंडली मार कर बैठ जाते हैं. छोटी से छोटी फाइल भी इनके यहां सालों तक पेंडिंग रह जाती है. इस पर चीफ इंजीनियर पार्षदों पर भड़क गये. उन्होंने कहा कि पार्षदों से भेंट मुलाकात होने पर वे अपनी समस्याएं बताते नहीं हैं.बैठक में आकर केवल हल्ला करते हैं.
मुंबई नगर निगम की तर्ज पर मार्शल की होगी बहाली: खुले में कचरा फेंकने वालाें पर कार्रवाई किये जाने को लेकर रांची नगर निगम मुंबई नगर निगम की तर्ज पर मार्शल की बहाली करेगा. मार्शल खुले में कचरा फेंकने, शौच करने, अवैध जल संयोजन लेने व सड़क काटने पर कार्रवाई करेंगे.
नये साल से 55 वार्ड में सफाई करेगी नयी कंपनी
बैठक में पार्षदों ने हंगामा किया कि रांची एमएस डब्ल्यू को चार वार्ड की सफाई कार्य सौंप कर निगम के अधिकारी सो गये हैं. पूरा शहर कचरे से महक रहा है. इस नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने कहा कि रांची एमएस डब्ल्यू का काम धीमा है, लेकिन निगम पूरी तरह से प्रयासरत है. कंपनी के खेलगांव स्थित ट्रांसफर स्टेशन का उदघाटन 15 नवंबर तक हो जायेगा. इसके बाद हरमू डंपिंग यार्ड, नागाबाबा खटाल डंपिंग यार्ड, एचइसी व धुर्वा में डंपिंग यार्ड का निर्माण कराया जायेगा. इन सारे ट्रांसफर स्टेशनों के निर्माण में दिसंबर तक का समय लगेगा. ऐसे में हम यह मान कर चल रहे हैं कि नये साल से कंपनी निगम के 55 वार्डों में सफाई व्यवस्स्था का काम संभाल लेगी.
पार्षदों ने नया विद्युत शवदाहगृह बनाने की मांग की
बैठक में पार्षद अरुण कुमार झा द्वारा विद्युत शवदाहगृह को चालू किये जाने की मांग पर नगर आयुक्त ने कहा कि हाल ही में दो एजेंसियों ने बंद पड़े इस विद्युत शवदाहगृह का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के पश्चात एजेंसी ने रिपोर्ट दी है कि इसकी मरम्मत में दो करोड़ से अधिक खर्च होंगे़ इस पर पार्षदों ने कहा कि पौने तीन करोड़ से बने विद्युत शवदाहगृह की मरम्मत पर दो करोड़ खर्च करना उचित नहीं है. इसलिए इसे कंडम घोषित कर नये सिरे से विद्युत शवदाहगृह का निर्माण किया जाये.