रांची: झारखंड आदिवासी संघर्ष मोरचा के तत्वावधान में 22 अक्तूबर को मोरहाबादी मैदान में आदिवासी आक्रोश महारैली का आयोजन होगा. महारैली के आयोजकों ने गुरुवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कार्यक्रम की तैयारी पूरी हो चुकी है. बंधु तिर्की, डॉ करमा उरांव, प्रेमशाही मुंडा, प्रो प्रवीण उरांव आदि ने दावा […]
रांची: झारखंड आदिवासी संघर्ष मोरचा के तत्वावधान में 22 अक्तूबर को मोरहाबादी मैदान में आदिवासी आक्रोश महारैली का आयोजन होगा. महारैली के आयोजकों ने गुरुवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कार्यक्रम की तैयारी पूरी हो चुकी है. बंधु तिर्की, डॉ करमा उरांव, प्रेमशाही मुंडा, प्रो प्रवीण उरांव आदि ने दावा किया है कि महारैली में एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे.
बंधु तिर्की ने कहा कि महारैली काे विफल करने के लिए सरकार हर हथकंडा अपना रही है. रांची आने वाली गाड़ियों को रोका जा रहा है. आदिवासियों के साथ नक्सली व उग्रवादियों जैसा व्यवहार हो रहा है.
उन्होंने कहा कि राज्य को गैरआदिवासी नहीं, बल्कि आदिवासी मुख्यमंत्री चाहिए. डॉ करमा उरांव ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासियों की आवाज दबाना चाहती है. सरना, ईसाई, सदान के नाम पर हमारी एकता को खत्म करने की कोशिश की जा रहा है. प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है.