मामले में पुलिस ने कोलेबिरा विधायक एनोस एक्का और पीएलएफआइ के उग्रवादी बारूद गोप को गिरफ्तार किया था. बारूद गोप ने पुलिस को बताया था कि उसने एनोस एक्का के इशारे पर ही मनोज कुमार की हत्या की. जेल से उसने सिमडेगा के डीसी को पत्र लिख कर मामले में सरकारी गवाह बनने के लिए आवेदन दिया था. जिसके बाद पुलिस ने उसे सरकारी गवाह बनाया. इस मामले से संबंधित सभी गवाहों की गवाही दिसंबर 2015 में ही पूरी हो चुकी है. बारूद गोप की गवाही अभी तक नहीं करायी जा सकी है.
पारा टीचर मनोज कुमार की हत्या के मामले में विधायक एनोस एक्का अभी रांची जेल में बंद हैं. संजय कुमार ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि एनोस एक्का के द्वारा गवाहों और उसके परिवार को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ ही बारूद गोप को भी मैनेज करने की कोशिश की जा रही है. उल्लेखनीय है कि अगस्त माह में बारूद गोप के भाई रवि गोप ने भी रांची डीआइजी को आवेदन देकर इस बात की शिकायत की थी कि एनोस एक्का के द्वारा उसके भाई को मैनेज करने की कोशिश की जा रही है. उस पर अपने भाई बारूद गोप को गवाही से मुकरने के लिए दबाव बनाया गया है. इसके लिए एक विधायक ने उसे 20 लाख रुपये देने की पेशकश की. बारूद गोप के भाई ने अपनी सुरक्षा की मांग भी डीआइजी से की थी.