वहीं 24 अक्तूबर के झारखंड बंद को भी सफल बनाने पर विचार-विमर्श किया गया़ बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और झाविमो नेता बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय, जदयू अध्यक्ष जलेश्वर महतो, माले नेता शुभेंदू सेन, माकपा के राज्य सचिव गोपी नाथ बक्सी, भाकपा के राज्य सचिव केडी सिंह, कांग्रेस नेता अनादि ब्रह्म, राजेंद्र प्रसाद, बटेश्वर महतो, मनोहर यादव, सुधीर सिंह, श्रवण कुमार, राजेंद्र प्रसाद यादव, महेंद्र पाठक, हेमंत वर्मा, संजय सहाय, सरोज सिंह, अर्जुन यादव, सुरेंद्र सिंह, रमा खलखो, राकेश सिन्हा, पीके पांडेय, डॉ अफताब जमील, शिवलाल महतो आदि नेता शामिल हुए़.
इधर, बैठक में श्री मरांडी ने कहा कि हम किसी भी हद तक सरकार की तानाशाही रवैये का विरोध करेंगे़ राज्य भर में सरकार के खिलाफ जनता को गोलबंद किया जायेगा़ सरकार को गरीब किसानों की जमीन छीनने नहीं देंगे़ सुबोधकांत सहाय ने कहा कि सरकार झारखंड के लोगों का हक मारने में लग गयी है़ झारखंड को जालियांवाला बाग बनाना चाहती है़ किसानों और मजदूरों को मारा जा रहा है़ बैठक में विपक्षी नेताओं ने सरकार की नीति का विरोध किया़ एकजुटता से संघर्ष काे आगे बढ़ाने की बात कही़