जिसमें स्व कच्छप कह रहे हैं कि ड्राइवर को गोली मारने की घटना में सीनियर अफसर दबाव दे रहे हैं. परेशान कर रहे हैं. वे तनाव में हैं. उमेश कच्छप की मौत के बाद उनके बेटे को वह रिकाॅर्डिंग उनके मोबाइल में मिली थी. इसके बाद उनके परिजनों ने धनबाद कोर्ट में आवेदन देकर इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत के लिए सीनियर अफसरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया था. जानकारी के मुताबिक मामले की जांच के लिए धनबाद पहुंची सीआइडी की टीम घटना से जुड़े स्वतंत्र गवाहों का बयान दर्ज करने में जुटी हुई है.
परिजनों ने धनबाद के तत्कालीन एसएसपी सुरेंद्र झा, डीएसपी नजरुल होदा, दारोगा संतोष रजक के खिलाफ आवेदन दिया था. सरकार ने मामले की जांच करायी. कैबिनेट सचिव एसएस मीणा और सीआइडी के एडीजी ने अपनी जांच में तत्कालीन एसएसपी, डीएसपी व दारोगा के खिलाफ आरोपों को सही पाया. इसके बाद सरकार ने एसएसपी का तबादला कर दिया. साथ ही मामले की सीआइडी जांच का आदेश दिया. सरकार ने तीन माह के अंदर जांच पूरी करने का आदेश दिया है.