रांची: सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रो अशोक निमेष को निलंबित कर दिया गया है. इसकी पुष्टि यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नंद कुमार यादव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में की है. उन्होंने कहा कि डॉ अशोक तब तक निलंबित रहेंगे, जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है और विवि प्रबंधन जांच से […]
रांची: सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रो अशोक निमेष को निलंबित कर दिया गया है. इसकी पुष्टि यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नंद कुमार यादव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में की है. उन्होंने कहा कि डॉ अशोक तब तक निलंबित रहेंगे, जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है और विवि प्रबंधन जांच से संतुष्ट नहीं हो जाता. मामले की जांच के लिए विवि प्रबंधन ने पांच सदस्यीय जांच दल का भी गठन किया है.
जांच दल में एकेडमिक की तरफ से विवि के प्रभारी कुलपति रह चुके डॉ एएन मिश्रा, प्रो मधेकर, डॉ देवव्रत व डॉ कुलदीप बोध होंगे. वहीं, विवि प्रशासन की ओर से डॉ हरिश मोहन भी जांच टीम में होंगे. डॉ यादव ने पूरे मामले की जांच कर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. मामले की जांच प्रशासन से कराने के सवाल पर डॉ यादव ने कहा कि पहले विवि प्रबंधन खुद से जांच करा ले, उसके बाद अगर आवश्यकता पड़ी, तो प्रशासन से भी जांच करायी जायेगी. कुलपति डॉ यादव ने बताया कि डॉ आशोक निमेष से उनकी बात 29 सितंबर को अंतिम बार हुई थी. इसके बाद अभी तक उनसे से बात नहीं हुई है.
परिजन मुआवजा मांगेगा, तो सरकार से मांगी जायेगी राशि:
मृतक के परिजनों द्वारा विवि से मुआवजे की मांग पर कुलपति डॉ यादव ने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार से राशि की मांग की जायेगी, क्योंकि विवि अनुदान पर ही चल रहा है. राशि केंद्र सरकार से मिलती है.
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने रखा पक्ष, कहा समुद्र की लहर की चपेट में आने से हुई मौत
केंद्रीय विवि की ओर से पूरे मामले पर पक्षा रखा गया. विवि के कुलपति डॉ नंद कुमार यादव ने प्रबंधन की ओर से पक्ष रखा. डॉ यादव ने बताया कि दो छात्रों की मौत समुद्र की ऊंची लहरों की चपेट में आने की वजह से हो गयी. उन्होंने बताया कि 17 सितंबर को विवि की ओर से शैक्षणिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं को हैदराबाद ले जाया गया. हैदाराबाद छह विद्यार्थियों का दल गया था. दल का नेतृत्व डॉ अशोक निमेष कर रहे थे. विद्यार्थियों के दल में अमन, आकाश, विनिता यादव, निहारिका, आकांक्षा व शशि के आस्था शामिल थीं. दो छात्र पीएचडी व चार पीजी की छात्रा थीं. इन विद्यार्थियों को 30 सितंबर को लौटना था. हैदराबाद से भुवनेश्वर और भुवनेश्वर से रांची आने की योजना थी. एक छात्रा विनिता यादव राजस्थान चली गयी. चूंकि, वह राजस्थान की रहनेवाली थी. बाकी लोग ट्रेन से भुवनेश्वर लौट रहे थे. भुवनेश्वर लौटने में चार-पांच घंटे विलंब हो गया, तो सभी ने दूसरे दिन के लिए पुरी-हटिया एक्सप्रेस से आने के लिए तत्काल में टिकट लिया. टिकट पुरी से मिला. फिर वे लोग पुरी आ गये.
29 सितंबर को पुरी में मंदिर देखने की योजना थी. आकाश व अमन समुद्र देखने चले गये. आकाश समुद्र में कुछ दूर तक चला गया, जिस कारण वह अचानक समुद्र की ऊंची लहरों की चपेट में आ गया. उसी बीच आकाश के दोस्त अमन ने उसकी हाथ पकड़ी और खींचने लगा, लेकिन उसे बचाने के क्रम में अमन भी दूर चला गया. तभी प्रो अशोक ने अमन की भी हाथ पकड़ी. अमन को तो किसी तरह से बाहर लाया गया, लेकिन आकाश समुद्र की लहरों में बह गया. अमन को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आकाश की लाश समुद्र के किनारे दूसरे दिन मिली.