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निर्णय: पारा शिक्षकों की हड़ताल से निबटने के लिए राज्य सरकार ने लिया फैसला, स्थायी शिक्षकों की होगी प्रतिनियुक्ति
रांची: सरकार ने पारा शिक्षकों की हड़ताल से निबटने के लिए विद्यालयों में स्थायी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का आदेश दिया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को इस बात को सुनिश्चित करने को कहा है कि पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण विद्यालयों में पठन-पाठन बाधित […]
रांची: सरकार ने पारा शिक्षकों की हड़ताल से निबटने के लिए विद्यालयों में स्थायी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का आदेश दिया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को इस बात को सुनिश्चित करने को कहा है कि पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण विद्यालयों में पठन-पाठन बाधित न हो. इसके लिए वैसे विद्यालय जहां केवल पारा शिक्षक हैं, वहां स्थायी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करने का आदेश दिया गया है.
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अनुसार वर्तमान में राज्य में लगभग पांच हजार नव उत्क्रमित विद्यालय ऐसे हैं, जहां पठन-पाठन केवल पारा शिक्षकों के भरोसे है. इन विद्यालयों में स्थायी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर रिपोर्ट स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को देने को कहा गया है. उल्लेखनीय है कि राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में लगभग 16 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है. राज्य के पारा शिक्षकों का दोनों गुट हड़ताल पर है, जिसकी वजह से विद्यालयों में पठन-पाठन बाधित हो रहा है. पारा शिक्षकों के साथ-साथ बीआरपी-सीआरपी व झारखंड शिक्षा परियोजना के कर्मचारी भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. शिक्षा परियोजना के कर्मचारियों पर सरकार पहले ही नो-वर्क नो-पे लागू कर चुकी है.
पारा शिक्षकों की मांगों का समर्थन: झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने पारा शिक्षकों की मांगों का समर्थन किया है. संघ के प्रदेश महासचिव योगेंद्र तिवारी ने कहा है कि सरकार पारा शिक्षकों के लिए समायोजन नीति बनाये. राज्य में हजारों विद्यालय पारा शिक्षक के भरोसे चल रहा है. इन विद्यालयों में पठन-पाठन की जिम्मेदारी पारा शिक्षकों की है. सरकार पारा शिक्षकों की समस्याओं का स्थायी समाधान करे, जिससे उन्हें बार-बार आंदोलन पर नहीं जाना पड़े.
भाजपा कार्यालय के समक्ष रैली करेंगे पारा शिक्षक
पारा शिक्षक व बीआरपी-सीआरपी की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही. झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ व बीआरपी-सीआरपी महासंघ ने संयुक्त रूप से 20 अक्तूबर तक के आंदोलन की घोषणा की है. संघ के विक्रांत ज्योति व पंकज शुक्ला ने बताया कि 21 से 23 सितंबर तक पारा शिक्षक व बीआरपी-सीआरपी संकुल क्षेत्र में मोटरसाइकिल में काला झंडा लगाकर रैली निकालेंगे. 24 सितंबर को सभी विधायक के आवास पर घंटा बजाओ निंद्रा भगाओ रैली करेंगे. 26 सितंबर को प्रदेश भाजपा कार्यालय के समक्ष न्याय मांगो रैली तथा 27 से 30 सितंबर तक राज्य परियोजना कार्यालय के समक्ष घेरा-डालो कार्यक्रम करेंगे. पारा शिक्षक व बीआरपी-सीआरपी 20 अक्तूबर से मोरहाबादी में अनिश्चिकालीन घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम करेंगे.
परियोजना कर्मियों की आंदोलन जारी : झारखंड शिक्षा परियोजना कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को सातवें दिन भी जारी रही. कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में राज्य परियोजना कार्यालय के समक्ष धरना पर बैठे रहे. परियोजना कर्मचारी छठा वेतनमान व ग्रुप बीमा का लाभ देने की मांग कर रहे हैं. मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की है. उल्लेखनीय है कि इस वर्ष परियोजना कर्मी दूसरी बार हड़ताल पर गये हैं.
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