रांची: कुछ समय के अंतराल के बाद अपनी मांगों को लेकर झारखंड शिक्षा परियोजना के अधिकारी व कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं, जो अब भी जारी है. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद कर्मी संघ के बैनर तले यह तीसरी अनिश्चितकालीन हड़ताल है. संघ की मांग है कि उन्हें छठे वेतनमान के आधार पर नियमित वेतन का भुगतान किया जाये.
कर्मियों का समूह जीवन बीमा आैर चिकित्सा बीमा कराया जाये. इस हड़ताल की वजह से परियोजना कार्यालयों में कामकाज ठप सा हो गया है. वहीं, सर्व शिक्षा अभियान का काम भी बंद है. हालांकि, हड़ताल समाप्त कराने की दिशा में पहल भी शुरू हो गयी है. निदेशक मुकेश कुमार ने स्वयं वार्ता की पहल की है. इससे पहले संघ के आह्वान पर वर्ष 2010 में 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक तथा वर्ष 2016 में 18 जनवरी से लेकर 17 फरवरी तक परियोजनाकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहे थे. लिखित समझाैता किया गया, लेकिन उसे अब तक लागू नहीं किया गया है.
समझाैता कर भूल जाती है सरकार
शिक्षा परियोजना परिषद कर्मी संघ अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन पर हैं. पूर्व में लिखित समझाैता किया गया था, लेकिन सरकार ने लागू ही नहीं किया. आंदोलन पर जाने को मजबूर किया गया. समझाैता कर अधिकारी भूल जाते हैं. हम अधिक कुछ नहीं मांग रहे हैं, बल्कि अपना हक मांग रहे हैं, जो नहीं दिया जा रहा है.
अभिनव कुमार, प्रवक्ता परियोजना परिषद कर्मी संघ