उक्त आशय की जानकारी अशोक नगर स्थित आद्री, झारखंड के मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी गयी. मौके पर पाकुड़ के उपायुक्त ए मुत्थु कुमार, डीइअो कारू दास, एसआरसी आद्री झारखंड के निदेशक राजीव करण आदि उपस्थित थे. उपायुक्त ए मुत्थु कुमार ने कहा कि साक्षरता का अर्थ सिर्फ हस्ताक्षर करना भर नहीं है, बल्कि अंक ज्ञान व अक्षर ज्ञान में आत्मनिर्भर होना है. पाकुड़ जिला में पुरुष व महिला साक्षरता दर के अंतर में कमी आयी है.
महिला साक्षरता दर में 20 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई है. यह सफलता साक्षरता कर्मियों व वोलेंटियर शिक्षकों के सक्रिय प्रयास से मिली है. साक्षरता के बिना लोगों का विकास संभव नहीं है. आज के समय में योजनाअों का पूर्ण लाभ लेने के लिए भी साक्षर होना जरूरी है. हेल्थ के क्षेत्र में आगे बढ़ना है, तो साक्षर बनना होगा.