-सुरक्षा पदाधिकारी को चाजर्शीट-
-मनोज सिंह-
रांचीः सीसीएल में एक ही घटना के मामले में एक को इनाम, जबकि दूसरे को सजा देने का मामला प्रकाश में आया है. सजा पानेवालों की मानसिक स्थिति तक खराब हो गयी थी. उसका इलाज भी कराया गया है. यह घटना सीसीएल के रैलीगढ़ा की है. वहां अवैध कोयला ढुलाई की सूचना सीसीएल मुख्यालय को दी गयी थी. मुख्यालय ने रांची से सुरक्षा प्रमुख को जाकर मामला देखने को कहा था.
इसके बाद 10 जनवरी को मुख्यालय व स्थानीय टीम ने मिल कर एक ट्रक कोयला पकड़ा था. सुरक्षा प्रमुख के वहां से लौटने के बाद ही रैलीगढ़ा (गिद्दी सी) के परियोजना पदाधिकारी एसवी मराठे ने सहायक उप सुरक्षा पदाधिकारी (एएसएसआइ) ललन तिवारी को चाजर्शीट दे दिया है. वहीं मुख्यालय से गये अधिकारी को सम्मानित करने की बात हो रही है.
क्या है शिकायत : एएसएसआइ ललन तिवारी ने इसकी शिकायत हजारीबाग के थाना प्रभारी, कंपनी के निदेशक कार्मिक, मानवाधिकार आयोग से भी की है. उन्हें लिखा है कि रैलीगढ़ा के परियोजना पदाधिकारी एसवी मराठे ने मुङो अपने आवास पर बुला कर प्रताड़ित किया. कहा : सुरक्षा प्रमुख रांची और तुङो बहुत जल्द ठीक कर दूंगा. तुम दोनों मेरे कोलियरी में घुस कर धर पकड़ करते हो.
उसने लिखा है कि वहां से निकाला गया कोयला दो व्यापारियों की कंपनी में अवैध रूप से जाता है. पीओ ने लक्ष्मी नारायण महतो व बीडी रविदास का आदेश मानने का निर्देश दिया. श्री तिवारी ने लिखा है कि इनके दबाव के कारण मैं मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त महसूस कर रहा हूं.
क्या आरोप लगाया है पीओ ने
चाजर्शीट में पीओ ने आरोप लगाया कि ललन तिवारी ने मोबाइल पर फोन कर कहा कि : मैं पगला इंस्पेक्टर ललन तिवारी बोल रहा हूं. अभी तुरंत ट्रांसफर करवा लो नहीं तो पीट-पीट कर मार डालूंगा. फोन पर की गयी इसी बात को आधार बना कर कंपनी के पीओ ने ललन तिवारी को चाजर्शीट दे दिया है. तत्काल प्रभाव से श्री तिवारी का निलंबन कर दिया है