श्रीमती वर्मा ने अफसरों से कहा कि नर्सरी आधारित आजीविका को विकसित करने के लिए एक सुनियोजित प्लान बनायें तथा सुनिश्चित करें कि कम से कम एक हेक्टेयर भूमि में नर्सरी हो ताकि मिर्च, अदरक, और धनिया सहित अन्य मसालों का उत्पादन किया जा सके. बैठक में बताया गया कि फिलहाल राज्य में 130 नर्सरी हैं.
उन्होंने सहजन की खेती पर भी जोर दिया. साथ ही नर्सरी फेलोज की प्रोफाइल तैयार करने का निर्देश दिया. उन्होंने वर्तमान में संचालित की जा रही नर्सरी फेलोज का निरीक्षण करने को कहा. साथ ही कहा कि जांच कर यह तय करें कि सरकार की राशि सही मद में खर्च हो रही है या नहीं. बैठक में वेज सीड प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए 2500 हेक्टेयर में बीज ग्राम स्थापना की कार्य योजना बनाने की बात कही गयी. यह भी कहा गया कि वेज सीड प्रोडक्शन के कार्य से कृषक समूहों को जोड़ा जाये.