पहले चरण में 15 जिलों में शतप्रतिशत घरों में पाइप लाइन से जलापूर्ति योजना शुरू की जायेगी. इसके लिए परामर्शी कंपनी नियुक्त की जायेगी. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने परामर्शी कंपनियों के चयन के लिए एक्सप्रेशन अॉफ इंटरेस्ट मांगा है. विभाग द्वारा लिखा गया है कि राज्य में पानी के स्रोत सीमित हैं.
ज्यादातर नदियां बरसाती हैं, जो गरमी में सूख जाती हैं. इन 15 जिलों में स्थित वर्तमान रिजर्वायर सबके लिए जलापूर्ति करने में सक्षम नहीं है. भूमिगत जल की स्थिति भी बेहतर नहीं है. यही वजह है कि विभाग द्वारा 60 प्रतिशत आबादी को भूतल स्रोत और 40 प्रतिशत भूगर्भ जल स्रोतों से आपूर्ति की जायेगी. साथ ही बरसाती नदियों के पानी रोकने के लिए चेकडैम की आवश्यकता होगी. परामर्शी कंपनियों को इन क्षेत्रों का फील्ड सर्वे कर, पानी के संभावित स्रोतों का पता लगाना है. साथ ही प्रोजेक्ट रिपोर्ट जीआइएस पर आधारित बनानी है. इसके लिए चयनित कंपनियों को विभाग सूचीबद्ध करेगा और संबंधित जिलों में सर्वे का काम देगा.