रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि अधिकारियों को जनता के टैक्स के पैसों से वेतन मिलते हैं. अधिकारी कार्यालय में बैठ कर कुरसी नहीं तोड़ें. हमें रिजल्ट चाहिए, नहीं तो छोड़ेंगे नहीं, चाहे वह कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो. मुख्यमंत्री शुक्रवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल में स्थापना दिवस सह टॉपर सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम में मैट्रिक, इंटर के टॉपरों को सम्मानित किया गया. इसके अलावा उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले स्कूल, कॉलेज और जिला को भी पुरस्कृत किया गया.
ईमानदारी से काम करें शिक्षक : उन्होंने कहा : शिक्षक अपने दिल पर हाथ रख कर सोचें कि बच्चों को ठीक से नहीं पढ़ा कर वे कितना बड़ा पाप करते हैं. शिक्षक पर हमारे देश का भविष्य है, इसलिए ईमानदारी से काम करें. जो जहां जिस पद पर है, ईमानदारी से काम करे, यह देश की सच्ची सेवा है.
मुख्यमंत्री ने कहा : सरकार शिक्षकों को सारी सुविधाएं दे रही है, इसके बाद भी वे राष्ट्र निर्माण के काम में कोताही कर रहे हैं. ऐसे शिक्षकों को भगवान भी माफ नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा : अधिकारी काम करें, नहीं तो बैठा कर इस्तीफा ले लेंगे. शिकायत मिलती है कि शिक्षक तीन चार-हजार में भाड़े पर अपने बदले दूसरे शिक्षक को रख लेते हैं. खुद स्कूल नहीं जाते. इसे रोकने के लिए एक माह में सभी स्कूलों में शिक्षक के फोटो युक्त आधार कार्ड लगाने को कहा गया है. फोटो युक्त आधार कार्ड नहीं लगा, तो उस जिले के जिला शिक्षा अधीक्षक को हटा देंगे.