रांची में ठगी के शिकार 100 से ज्यादा लोग हैं, जिनसे तीन करोड़ से अधिक रुपये की ठगी की गयी है. आरोपी लालपुर थाना क्षेत्र के हरिओम टावर के समीप एक अपार्टमेंट में रहता था. जब सब्सिडी में सामान नहीं मिला, तब लोगों को आशंका हुई कि उनके साथ ठगी हुई है.
ठगी के शिकार लोग जब दीपक श्रीवास्तव के फ्लैट पहुंचे, तब ताला बंद मिला. फोन पर संपर्क करने पर उसका दोनों मोबाइल बंद मिला. तब ठगी के शिकार लोग शुक्रवार के दिन दो बजे लालपुर थाना पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस को दी. लालपुर पुलिस ने ठगी के शिकार लोगों से कहा कि आलोक श्रीवास्तव के खिलाफ पहले से कांके थाना में एक मामला दर्ज है. इसलिए आप लोग भी कांके थाना में ही उसके खिलाफ एक साथ शिकायत दर्ज करायें.
ठगी के शिकार लोगों ने बताया कि आलोक श्रीवास्तव ने उनसे सब्सिडी में सामान दिलाने का वादा किया. आरोपी खुद को कल्याण विभाग का अधिकारी बताते हुए कहता था कि वह सब्सिडी में चावल, गेहूं, टीवी, फ्रिज, दो पहिया वाहन, ट्रैक्टर, सिलाई मशीन, घर, ऑटो सहित अन्य सामान दिलवा देगा. ठगी करने से पहले उसने कुछ लोगों को कम कीमत पर चावल और स्कूटी दिलवाये. सामान दिलाने के बाद उसने कहा, यह सरकार की योजना है. मैं सरकार के लिए काम करता हूं, इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है. लोग धीरे-धीरे दीपक श्रीवास्तव पर विश्वास करने लगे. दूर-दराज के लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाने की बात कह दीपक श्रीवास्तव ने कुछ लोगों को सामान दिलवा कर अपना एजेंट बना लिया. उनके जरिये कई लोगों से रुपये की वसूली की, लेकिन किसी को सामान नहीं दिलवाया. दीपक श्रीवास्तव से पक्ष लेने के लिए मोबाइल पर फोन किया गया, लेकिन उसका मोबाइल नंबर बंद मिला. ठगी के शिकार लोग दीपक की तलाश कर रहे हैं, ताकि उसे पकड़ पुलिस को सौंपा जा सके. कांके थाना की पुलिस को आरोपी का फोटो भी उपलब्ध कराया गया है.