रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य में पर्यटन के विकास की संभावना तलाशने के लिए अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के पांच आर्किटेक्टों को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है. आर्किटेक्ट राज्य में इको टूरिज्म सर्किट विकसित करने के लिए गुणवत्तापूर्ण डीपीआर तैयार करने में सरकार को सहयोग करेंगे.
श्री दास के निर्देश पर भारत सरकार को स्वदेश दर्शन योजना के तहत इको टूरिज्म सर्किट के तहत जमशेदपुर-रांची-हजारीबाग को जोड़ने के लिए सहायता देने का प्रस्ताव दिया गया है. इको सर्किट के विकास के लिए केंद्र सरकार से 99.44 करोड़ रुपये की सहायता का प्रस्ताव है.
इस सर्किट में दलमा, चांडिल, गेतलसूद, लापुंग, हजारीबाग लेक व तिलैया डैम को शामिल किया गया है. लतरातू डैम में साहसिक पर्यटन व सरसा ग्राम में हस्तशिल्प दुकानों को जोड़ कर कल्चर सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा. योजना के अंतर्गत स्प्रीचुअल सर्किट की भी परिकल्पना की गयी है. इसमें टांगीनाथ-आंजनधान-रामरेखाधाम, इटखोरी-कौलेश्वरी-रजरप्पा-पारसनाथ व बाबा बैद्यनाथधाम-रिखियाधाम-बासुकीनाथ धाम-मलूटी सर्किट को विकसित करने का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा जा रहा है. मुख्यमंत्री ने केंद्र की योजना प्रसाद में भी देवघर को शामिल करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने का आदेश दिया है. मालूम हो कि प्रसाद योजना में देश के 13 धार्मिक स्थलों का विकास किया जाना है. देवघर के इस योजना में शामिल होने पर यह केंद्रीय मदद हासिल करनेवाला देश का 14वां राज्य होगा.