रांची: प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने गोला के इनलैंड पावर में गोलीकांड की निंदा की है़ श्री सोरेन ने कहा है कि राज्य की स्थिति भयावह है़ किसान, मजदूर और रैयतों पर पुलिस गोली चला रही है़ वार्ता के नाम पर रैयतों को बुलाया जा रहा है और फिर पुलिस लाठी-डंडा से बात कर रही है़ सरकार चेते, नहीं तो जनता के सब्र का बांध टूटेगा़.
पूरा राज्य अस्त-व्यस्त हो गया है़ लोगों से जबरन जमीन ली जा रही है़ लोगोें के हित का ख्याल नहीं रखा जा रहा है़ श्री सोरेन ने कहा कि सरकार पूरे मामले की न्यायिक जांच कराये़ मृतक परिवार और घायलों को उचित मुआवजा दिया जाये़ इस राज्य में अब यह तय करना मुश्किल हो गया है कि सरकार कंपनी के पक्ष में या जनता के पक्ष में है़ सरकार लोक कल्याण की भूमिका में आये़ बड़ी कंपनियों के पक्ष में काम करना बंद करे़
आवाज दबाना चाहती है सरकार : प्रदीप
झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि सरकार लाठी-गोली के सहारे लोगों की आवाज दबाना चाहती है़ गोला के आइपीएल फैक्टरी के बाहर लोग अपने हक के लिए प्रदर्शन कर रहे थे़ यह आंदोलन कई महीने से चल रहा था़ प्रबंधन ने खुद स्थानीय लोगों को वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन बातचीत के बदले लोगों लाठी-गोली बरसायी गयी़
मजदूरों पर सरकार ने गोली चलायी : सुबोधकांत
केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने रामगढ़ के गोला स्थित आइपीएल फैक्टरी के बाहर प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाये जाने की घटना की निंदा की है़ श्री सहाय ने कहा कि अच्छे दिनों की हो गयी शुरुआत़ रोटी मांगने पर भाजपा सरकार ने मजदूरों को गोली दी़ हर मोरचे पर विफल सरकार जमीन अधिग्रहण कर औद्योगिक घरानों को लाकर विकास के नाम पर विनाश कर रही है़ सीएनटी-एसपीटी एक्ट में बदलाव कर कृषि योग्य भूमि को भी लेने की कोशिश कर रही है़ गोला में निहत्थे मजदूरों पर गोली चलाकर सरकार ने साबित कर दिया है कि भाजपा की सरकार गरीब और मजदूर विरोधी है़ श्री सहाय ने गोलीकांड मे मारे गये मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा और घटना की न्यायिक जांच की मांग की है़
रघुवर सरकार निरंकुश और बर्बर : सुखदेव
रांची. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा है कि राज्य में रघुवर सरकार सत्ता के मद में पूरी तरह से निरंकुश और बर्बर हो चुकी है़ श्री भगत ने रामगढ़ की घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाये कम है़ सरकार पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घरानों के लिए काम रही है. यहां की गरीब रैयतों आदिवासियों के प्रति इस सरकार का रवैया पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और दमनकारी है़ श्री भगत ने कहा कि रघुवर सरकार लाठी और गोली के सहारे शासन करना चाहती है़
सरकार की नीयत और नीति दोनों में खोट है़ सरकार पिछले दरवाजे से अध्यादेश के जरिये सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन कर मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास भेज चुकी है़ सरकार के द्वारा उठाये गये इन कदमों से लोगों का भरोसा टूट चुका है़ कांग्रेस अध्यक्ष ने मारे गये ग्रामीणों को तत्काल 25-25 लाख मुआवजा दिये जाने और आश्रितों को नौकरी देने की मांग की है़ उन्होंने कहा कि इस घटना की त्वरित उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए़
घटना की जांच माले और एआइपीएफ की टीम ने की
रांची. हजारीबाग के पेलावल में गो भक्तों द्वारा उत्पात मचाये जाने की घटना की जांच के लिए माले और एआइपीएफ(आल इंडिया पीपुल्स फोरम) की टीम वहां गयी थी. टीम में पूर्व विधायक विनोद सिंह, जावेद इसलाम, जियाउल्लाह व पच्चू राणा शामिल थे. टीम ने बताया कि 27 अगस्त की यह घटना सुनियोजित थी. पुलिस द्वारा गाड़ी को धक्का मारने की बात बेबुनियाद है. गाड़ी को हरना गांव में मंदिर के पास ट्रैक्टर से रोक कर हमला बोला गया और जला दिया गया. गाड़ी में सवार साहिला खातून के दोनों भाइयों व साथ जा रहे एक अन्य नौजवान को खींच कर पास के गड्ढे में डुबो कर मार जा रहा था.
चलने लगीं गोलियां, रणक्षेत्र बना टोनागातू
रांची : नौकरी व अन्य सुविधाओं के लिए कंपनी के सामने आंदोलन कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोली चलायी़ गोली लगने से गंभीर रुप से घायल चार लोगों को रिम्स में भरती कराया गया है़ इनमें पिंटु कुमार महतो, कुंवर महतो, सुभाष कुमार महतो व गुजर महतो शामिल है़ं पिंटु कुमार महतो की स्थिति गंभीर बनी हुई है़ सेंट्रल इमरजेंसी के माइनर ऑपरेशन थियेटर में उसका ऑपरेशन किया गया़ बताया जाता है उसके बांह में गोेली लगी है, जो पीठ में फंसी हुई है़ इमरजेंसी में इलाज के बाद सभी घायलों को रिम्स के विभिन्न वार्ड में भरती कराया गया है़
निशाना साध कर चलायी गोली : कुंवर
गोला के बरियातू, पुरवा निवासी कुंवर महतो (28 वर्ष) के हाथ में गाेली लगी है़ उसने बताया कि उसकी तीन एकड़ जमीन ली गयी है़ 15 सौ रुपये डिसमिल के हिसाब से जमीन ली गयी है, लेकिन अभी तक पूरा मुआवजा नहीं मिला़ फैक्टरी वालों ने जमीन लेने के पहले वादा किया था, यहां स्कूल, अस्पताल, बिजली सहित अन्य सुविधाएं मुहैया करायी जायेगी़ लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला़ अपनी मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे थे, तो गोली खानी पड़ी़ पुलिस ने ग्रामीणों को निशाना बनाकर गोली मारी.
नौकरी की चाह में दी पांच एकड़ जमीन, मिली गोली
गोला के बरियातू के बयांग निवासी दिव्यांग सुभाष कुमार महतो (36 वर्ष) को कान के नीचे गोली लगी है़ उसने बताया कि नौकरी की चाह में उन लोगों ने अपने पुरखों की पांच एकड़ जमीन कंपनी को दे दी़ जब भी नौकरी की मांग गयी तो कंपनी के अधिकारी व एसपी, डीएसपी ने उन्हें हमेशा आश्वासन दिया़ 13 अगस्त को वार्ता को लिए बुलाया गया, लेकिन वार्ता नहीं हुआ़ उस दिन 20 अगस्त की तिथि वार्ता के लिए तय की गयी, उस दिन भी वार्ता नहीं हुई़ फिर 29 अगस्त की तिथि तय की गयी थी. लेकिन आज फिर वार्ता को टाल दिया गया़ सोमवार को पूरे गांव के लोग उग्र होकर आंदोलन करने लगे़ आंदोलन के दौरान फायरिंग की गयी़.
नहीं निभाया वादा : गुजर महतो
गोला के बरियातू निवासी गुजर महतो (55 वर्ष) ने कहा कि बच्चों के स्कूूल, चिकित्सा की उत्तम सुविधा, बिजली , पानी सहित अन्य बुनियादी सुविधाआें की बात हमें कही गयी थी़ एक डिसिमल का 15 सौ रुपये मुआवजा देने की बात कही गयी थी़ साथ ही नौकरी देने की बात भी हुई थी़ हमने एक एकड़ जमीन दे दी थी़ लेकिन हमें कुछ भी नहीं मिला़ कंपनी के लोग केवल आश्वासन ही देते रहे़ जमीन लेने से पहले किया गया वादा नहीं निभाया. उसके कारण लोग उग्र होकर आंदोलन करने लगे़
प्रशासनिक चूक का नतीजा
रामगढ़. गोला में हुई आज की घटना को प्रशासनिक चूक मानी जा सकती है. हालात कुछ दिनों से इस मामले को लेकर काफी गर्म था. लेकिन ऐसे हालात में आंदोलनकारियों के साथ वार्ता का स्थल चयन करने में प्रशासन द्वारा दूरदर्शिता नहीं दिखायी गयी. वार्ता स्थल गोला प्रखंड कार्यालय निर्धारित कर दिया गया. पूर्व के अधिकारियों द्वारा कभी भी जहां आंदोलन चल रहा हो वहां वार्ता का स्थल नहीं रख कर जिला मुख्यालय या एसडीओ कार्यालय निर्धारित किया जाता था. इसके पीछे प्रशासन द्वारा तर्क दिया जाता था कि मुख्यालय में वार्ता करने से बड़े पैमाने पर जनता नहीं पहुंचेगी तथा स्थिति नियंत्रण में रहेगी. लेकिन इस बार आंदोलन स्थल वाले जगह से कुछ ही दूरी पर वार्ता स्थल तय कर दिया गया. वार्ता के क्रम में तरह-तरह की बातें सामने आती रही. इससे अफवाहों को बल मिला तथा लोग उग्र हो गये तथा ऐसी दुखद घटना घट गयी.
पार्षद ममता को घर से खींच कर लाठियों से पीटा
वार्ता के लिए पहुंचे लोग पंप हाउस के समीप पहुंचे. जहां एक किसान का मिट्टी का छोटा सा घर है. पुलिस व ग्रामीणों के बीच झड़प होने के बाद गोली चली. इसके बाद पार्षद ममता देवी इस घर में जा कर छिप गयीं. जहां पुलिस ने दरवाजा, कुरर्सी को तोड़ कर ममता को निकाल कर उन पर लाठियां बरसायी.
जान बचाने के लिए स्कूल में घुस गयीं सीओ
पुलिस द्वारा गोली चलाने की घटना के बाद ग्रामीण उग्र हो गये और बरियातू -रांची मार्ग पर पहुंच कर जम कर प्रदर्शन किया और उत्पात मचाया़ कई वाहनों के शीशे तोड़ दिये गये. ट्रकों के चक्के से हवा खोल कर सड़क में खड़ा कर दिया गया. उधर आइपीएल फैक्टरी से वापस आ रही गोला सीओ के वाहन को आक्रोशित लोगों ने रोक दिया और सीओ के साथ जम कर मारपीट की. सीओ के सूमो वाहन को जला दिया गया. उधर सीओ ने समीप के एक विद्यालय में घुस कर अपनी जान बचायी. इस बीच उग्र लोग विद्यालय पहुंचे और कुछ लोगों के साथ मारपीट की.
गोली चालन के दोषी पर कारवाई हो : माले
भाकपा माले के जिला सचिव भुवनेश्वर बेदिया ने कहा कि आइपीएल गोला में हुई गोली कांड के दोषी पर कारवाई की जाये. कहा कि थाना, प्रशासन व फैक्टरी प्रबंधन के हिटलरशाही रवैये का परिणाम गोली कांड है. दोषी प्रबंधन व पुलिस कर्मियों को तत्काल मुअत्तल किया जाना चाहिये. साथ ही परिजनों को उचित मुआवजा व नौकरी दी जाये.