अनगड़ा: बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने सोमवार को प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया. उनकी स्थिति से अवगत हुईं. कस्तूरबा विद्यालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सैप्टिक टैंक से उठ रही दुर्गंध के कारण वहां रहना मुश्किल है.
शिक्षिकाओं ने बताया कि छात्रावास 100 बच्चियों के लिए बना था, लेकिन अब छात्राअों की संख्या 350 हो गयी है. बैंक ऑफ इंडिया के वित्तीय सहयोग से बनाये जा रहे शौचालय को संवेदक ने अधूरा छोड़ दिया है. परिसर में नया छात्रावास भवन निर्माणाधीन है. इसके पूरा होने से छात्राओं को काफी सुविधा होगी. अभी कई कक्षाएं बरामदे में चल रही है. अध्यक्ष ने छात्राओं से उनकी समस्या भी सुनी.
उन्होंने कहा कि स्कूल की चहारदीवारी पर कंटीला तार लगा कर इसे सुरक्षित किया जाना चाहिए. मौके पर वार्डन विमला कुजूर, बबीता महतो, गणपति महतो, जयपाल हजाम, किष्टो कुजूर, राजू प्रमाणिक, लंबोदर महतो सहित अन्य मौजूद थे. इससे पूर्व अध्यक्ष ने मवि हेसलाबेड़ा व हापतबेड़ा में निरीक्षण के दौरान पाया कि एमडीएम में मेन्यू का अनुपालन नहीं हो रहा है. कक्षा एक से पांच के बच्चों के लिए खेल सामग्री नहीं है. प्रावि डेंबाबुरू में प्रधान शिक्षक गायब मिले. बच्चों की संख्या भी नगण्य थी. उत्क्रमित मवि मुंडाटोली मेढ़ा में चापानल खराब
रहने के कारण बच्चे डोभा का पानी
पीते दिखे. 10 बजे तक स्कूल में शिक्षक भी नहीं पहुंचे थे. अध्यक्ष ने बताया कि जांच प्रतिवेदन सरकार को भेजा जायेगा.