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पैसे के लिए अपराधी बन रहे हैं नाबालिग, पुलिस के लिए चुनौती
रांची: राजधानी सहित अासपास के इलाके में हाल के दिनों में फिरौती के लिए अपहरण, सुपारी लेकर हत्या सहित कई ऐसी वारदात हुई, जिसमें पुलिस ने नाबालिगों को गिरफ्तार किया. इससे यह तथ्य सामने आया है कि रुपये कमाने के चक्कर में नाबालिग संगठित अपराध की ओर बढ़ रहे हैं. नाबालिग अपने परिजनों को गुमराह […]
रांची: राजधानी सहित अासपास के इलाके में हाल के दिनों में फिरौती के लिए अपहरण, सुपारी लेकर हत्या सहित कई ऐसी वारदात हुई, जिसमें पुलिस ने नाबालिगों को गिरफ्तार किया. इससे यह तथ्य सामने आया है कि रुपये कमाने के चक्कर में नाबालिग संगठित अपराध की ओर बढ़ रहे हैं. नाबालिग अपने परिजनों को गुमराह कर दोस्त से मिलने और पढ़ने के नाम पर घर से बाहर निकलते हैं. इसके बाद आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
हाल के दिनों में दुष्कर्म, चोरी और दूसरी आपराधिक घटनाओं में भी पुलिस ने नाबालिग को गिरफ्तार किया. अपराध की ओर बढ़ते नाबालिग से अब पुलिस को परेशानी होने लगी है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार जो पहले से सक्रिय अपराधी होते हैं, उन पर पुलिस निगरानी रखती है. इसलिए घटना के बाद उन्हें पकड़ना आसान होता है. जो अपराधी नाबालिग हैं और पहले से सक्रिय नहीं हैं, उनके खिलाफ पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं होता है. इसलिए उनके गतिविधियों के बारे में पुलिस को जानकारी नहीं मिल पाती है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार अभी तक जिन नाबालिगों पर पहले से केस दर्ज है, उनमें अधिकांश चोरी या छोटी-मोटी घटनाओं को अंजाम देने के आरोप में पकड़े जाते हैं. वर्तमान में यह ट्रेंड बदल रहा है. अब नाबालिग का नाम सुपारी लेकर हत्या, फिरौती के लिए अपहरण और दूसरी बड़ी घटनाओं में सामने आ रहा है. चुटिया पुलिस ने एटीएम तोड़ कर चोरी करने के आरोप में नौ अगस्त को दो नाबालिग को गिरफ्तार किया था. दोनों नाबालिग ने सिर्फ रुपये के लिए इस घटना को अंजाम दिया था. गोंदा थाना की पुलिस ने एक आइबी अफसर के घर में चोरी के अारोप में सात अगस्त को इबरार अंसारी और आफताब अंसारी को गिरफ्तार किया था. जिनके साथ दो अन्य नाबालिग भी गिरफ्तार किये गये थे. दोनों नाबालिग ने पूछताछ में बताया था कि वे रुपये के लिए गिरोह में शामिल हो गये और चोरी की घटना अंजाम देने लगे.
केस स्टडी- एक
रुपये लूटने के लिए गला काट कर की हत्या
28 मई 2016 : सदर थाना थाना क्षेत्र के पीएचइडी पहाड़ के समीप अपराधियों ने डोरंडा थाना क्षेत्र निवासी अरशद उर्फ फरहान उर्फ जुगनू की चाकू से गला काट कर हत्या कर दी थी. पुलिस ने अनुसंधान के दौरान दो नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया. दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया था कि जुगनू की हत्या की घटना को उन्होंने सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया था. हत्या जुगनू से रुपये लूटने के लिए की गयी थी.
केस स्टडी- दो
छात्र का कर लिया अपहरण, मांगे 20 लाख
19 जुलाई 2016 : कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी डीएवी के छात्र का अपहरण अपराधियों ने हरमू मैदान से कर लिया था. अपहर्ताओं ने अर्सलान को मुक्त करने के लिए परिजनों से पहले फिरौती के रूप में 20 लाख मांगे. बाद में पांच लाख लेकर अर्सलान को छोड़ने को तैयार हुए. बाद में किसी तरह अर्सलान अपहर्ताओं के चंगुल से बच कर भाग निकला और अपने घर पहुंच गया. अनुसंधान के दौरान पुलिस ने अपहरण के आरोप में तीन नाबालिगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो नाबालिग धनबाद के और एक शेखपुरा का रहनेवाला था. तीनों 11 वीं के छात्र थे. तीनों नाबालिग ने अपहरण की घटना को अंजाम पेशेवर अपराधियों की तरह दिया था. तीनों ने पूछताछ में यह भी बताया था कि वे पढ़ने में कमजोर थे और रुपये कमाना चाहते थे. इसलिए अपहरण की घटना को अंजाम दिया.
केस स्टडी- तीन
हत्या में चार लोग थे शामिल उनमें से तीन थे नाबालिग
16 मई 2016 : नामकुम थाना क्षेत्र निवासी बिहार रेजिमेंट के जवान जीतलाल मुंडा की हत्या अपराधियों ने की थी. पुलिस को अनुसंधान में पता चला कि जीत लाल मुंडा की पत्नी ने अपने प्रेमी नेहरू सिंह मुंडा के साथ मिल कर पति की हत्या सुपारी देकर करायी है. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल कालेश्वर को गिरफ्तार किया. उसके साथ गिरफ्तार तीन अन्य आरोपी नाबालिग थे. जिन्होंने सिर्फ रुपये की लालच में हत्याकांड को अंजाम दिया था.
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