परंतु दो चार को छोड़ कर किसी का नक्शा स्वीकृत नहीं है. उन्होंने पाया कि यहां अधिकतर घरों के निर्माण में बिल्डिंग बायलॉज का पालन नहीं किया गया है. आने-जाने के लिए सड़क की चौड़ाई पर्याप्त नहीं है. रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था भी कहीं नहीं है.उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है.
सभी भवन मालिक को नोटिस जारी किया जायेगा. नोटिस का जवाब नहीं मिला तो बिजली-पानी कनेक्शन काटा जायेगा़ बिना अधिकारियों के मिलीभगत के नहीं हुआ होगा निर्माण : अध्यक्ष ने कहा कि यहां बने तीन अपार्टमेंट की जांच के लिए आरआरडीए बोर्ड के सदस्य मनोज कुमार पांडेय ने छह माह पहले आरआरडीए के इंजीनियरों को लिखा था. लेकिन अभियंताओं ने अब तक जांच प्रतिवेदन नहीं दिया. इससे यह साबित होता है कि आरआरडीए के अभियंताओं की भी इसमें मिलीभगत रही. इसलिए ऐसे अभियंताओं की पहचान कर इनकी सेवा समाप्ति के लिए सरकार को भी पत्र लिखा जायेगा.