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जरूरतमंद सहपाठियों की मदद के लिए हेमंत ने शुरू किया अभियान
आमतौर पर देखा गया है कि बड़े शिक्षण संस्थानों के पूर्व छात्र (एलुमिनी) अपने जूनियर्स (संस्थान में पढ़ रहे मौजूदा छात्रों) की मदद के लिए आर्थिक व अन्य सहायता उपलब्ध कराते हैं. लेकिन जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के छात्र अपने सहपाठियों की मदद कर रहे हैं. कॉलेज में पढ़ रहे विद्यार्थियों ने वर्कर्स कॉलेज छात्र संघ […]
आमतौर पर देखा गया है कि बड़े शिक्षण संस्थानों के पूर्व छात्र (एलुमिनी) अपने जूनियर्स (संस्थान में पढ़ रहे मौजूदा छात्रों) की मदद के लिए आर्थिक व अन्य सहायता उपलब्ध कराते हैं. लेकिन जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के छात्र अपने सहपाठियों की मदद कर रहे हैं. कॉलेज में पढ़ रहे विद्यार्थियों ने वर्कर्स कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष हेमंत पाठक के नेतृत्व में एक अभियान की शुरुआत की है, जिसे नाम दिया है ‘एक बढ़ाओ, सब पढ़ाओ’.
जमशेदपुर: एक बढ़ाने का मतलब है प्रतिदिन एक रुपया का सहयोग किया जाये, तो वैसे जरूरतमंद छात्र-छात्राओं की फीस, परीक्षा फीस आदि में सहयोग किया जा सकता है, जिनका परिवार उनकी पढ़ाई का खर्च वहन नहीं कर पाता. इस अभियान से कॉलेज के करीब 100 विद्यार्थी और पुराने छात्र जुड़े हैं. वे अपनी जेब खर्च अथवा कॉलेज आने-जाने के किराये में से एक रुपया बचा कर जमा करते हैं. इससे जरूरतमंद छात्र-छात्राओं की आर्थिक जरूरतों को पूरा किया जाता है. हाल ही में इस अभियान दल ने स्नातक पार्ट वन के लिए परीक्षा फीस भरने में दो छात्राओं की मदद की.
अर्थशास्त्र ऑनर्स की छात्रा रुबी मुंडा के माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं. वहीं, शाहजहां परवीन के माता-पिता इस दुनिया में नहीं हैं. वह अपने मामा के यहां रहती है. दोनों छात्राओं को फाॅर्म भरने के लिए इस दल ने 460-460 रुपये का चेक प्रदान किया.
गरीब छात्रा की स्थिति देख कर मिली प्रेरणा
हेमंत पाठक और उनके सहयोगी विद्यार्थियों ने बताया कि इस अभियान की प्रेरणा उन्हें एक गरीब छात्रा से मिली. वह अपनी मां के साथ स्नातक पार्ट वन का रजिस्ट्रेशन फाॅर्म भरने आयी थी. विलंब शुल्क के साथ उसे रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करना था. उसके पास 700 रुपये थे. इसके अलावा और करीब 1500 रुपये की जरूरत थी. वह छात्रा कॉलेज छात्र संघ कार्यालय पहुंची और अपने परिवार की माली हालत और मजबूरी के बारे में बताया. वहां उपस्थित विद्यार्थियों ने आपस में चंदा कर करीब 800 रुपये जुटाये. शेष 800 रुपये प्रभारी प्राचार्य डॉ डीपी शुक्ल ने दिये. इस तरह उसका रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा हो गया. इसी दौरान वहां मौजूद विद्यार्थियों ने सोचा कि कॉलेज में ऐसे और भी जरूरतमंद विद्यार्थी होंगे, जिन्हें परीक्षा फाॅर्म, रजिस्ट्रेशन फाॅर्म आदि भरने में परेशानी होती होगी. इन्होंने उनकी मदद करने की ठानी और हर दिन एक रुपया जमा करने का निश्चय कर इस अभियान की शुरुआत कर दी.
विभिन्न संस्थाओं को जोड़ने की कवायद
अभियान में छात्र-छात्राओं की रुचि को देखते हुए इस दल ने अभियान को विस्तृत करने की योजना बनायी है. आगामी दिनों में विभिन्न शिक्षण संस्थानों को जोड़ने की कवायद चल रही है, ताकि कॉलेज के विद्यार्थियों के अलावा विद्यालयों में भी गरीब, असहाय परिवारों से आनेवाले छात्र-छात्राओं को पाठ्य सामग्री आदि उपलब्ध करायी जा सके.
अभियान की शुरुआत करनेवाले कॉलेज के विद्यार्थियों के नाम
हेमंत पाठक, पवन सिंह (पूर्व छात्र), पिंटू सिंह, विनय मिश्रा, सुजीत सिंह, राकेश सिंह, मोंटी मंडल, माला कुमारी, रिया डे, मो सरफराज, अजहर.
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