रांची : राष्ट्रीय कथा गोष्ठी कथा पावस के पहले तकनीकी सत्र का आयोजन आड्रे हाउस में हुआ. इसका विषय सूचना समाज तथा कथा संवेदना था. इसकी अध्यक्षता कथाकार संजीव ने की. इस सत्र में विषय प्रवेश राकेश बिहारी ने किया. उन्होंने कहा कि ज्ञान सूचनाअों में समाविष्ट हो गया है अौर सूचनाएं संवेदना को सोख रही हैं. अवधेश प्रीत ने कहा कि आजकल सूचना की रफ्तार बढ़ गयी है. डॉ अल्पना मिश्र ने कहा कि आज सूचना जनक्रांति का समय है अौर कथा में सूचनाएं आ रही हैं.
Advertisement
आज का कथा लेखन चुनौतियों भरा है : संजीव
रांची : राष्ट्रीय कथा गोष्ठी कथा पावस के पहले तकनीकी सत्र का आयोजन आड्रे हाउस में हुआ. इसका विषय सूचना समाज तथा कथा संवेदना था. इसकी अध्यक्षता कथाकार संजीव ने की. इस सत्र में विषय प्रवेश राकेश बिहारी ने किया. उन्होंने कहा कि ज्ञान सूचनाअों में समाविष्ट हो गया है अौर सूचनाएं संवेदना को सोख […]
पंकज मित्र ने कहा कि कहानी केवल सूचनाअों का अजायब घर नहीं है, बल्कि उनमें संवेदना भी है. उन्होंने कहा कि कहानी तभी जिंदा रहेगी, जब उसमें कहानीपन रहेगी. श्री संजीव ने कहा कि आज का कथा लेखन चुनौतियों से भरा है अौर आज के कथाकार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. कथा लेखन में संवेदना अपेक्षित है.
इस सत्र का संचालन राहुल सिंह व धन्यवाद ज्ञापन डॉ अरुण कुमार ने किया. एक अन्य सत्र में कथा आलोचना के नये उपादान विषय पर गौतम सन्याल ने अध्यक्षता की. बीज वक्तव्य डॉ संजीव कुमार ने दिया. उन्होंने कहा कि कथा आलोचना के नये उपादान की आवश्यकता है. गांव तो उजड़ गये, शहर बसा नहीं- यह चिंता का विषय है.
इस सत्र में डॉ राहुल सिंह व प्रो चौथीराम यादव ने भी अपने विचार रखे. संचालन सुधीर सुमन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ हीरानंदन प्रसाद ने किया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement