रांची: राजधानी में चेन्नई अपोलो अस्पताल के खुलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. अस्पताल निर्माण किये जाने को लेकर मंगलवार को मेयर आशा लकड़ा के सभाकक्ष में नगर निगम व चेन्नई अपोलाे प्रबंधन के बीच एग्रीमेंट हुआ. एग्रीमेंट के तहत अब घाघरा के पौने तीन एकड़ भूखंड पर चेन्नई अपोलो अपने सुपर स्पेशायिलिटी अस्पताल […]
रांची: राजधानी में चेन्नई अपोलो अस्पताल के खुलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. अस्पताल निर्माण किये जाने को लेकर मंगलवार को मेयर आशा लकड़ा के सभाकक्ष में नगर निगम व चेन्नई अपोलाे प्रबंधन के बीच एग्रीमेंट हुआ. एग्रीमेंट के तहत अब घाघरा के पौने तीन एकड़ भूखंड पर चेन्नई अपोलो अपने सुपर स्पेशायिलिटी अस्पताल का निर्माण कार्य दो साल के अंदर पूरा करेगा.
सोमवार को चेन्नई अपोलो के अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बैठक की थी. बैठक में मुख्यमंत्री ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जल्द से जल्द अस्पताल प्रबंधन के साथ एग्रीमेंट किया जाये. एग्रीमेंट के दौरान डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर आयुक्त प्रशांत कुमार, अपर नगर आयुक्त विद्यानंद शर्मा पंकज, कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ण कुमार उपस्थित थे.
रास्ते का मामला नहीं सुलझा : नगर निगम ने अपोलो के साथ एग्रीमेंट तो कर लिया है, लेकिन अब तक सड़क का मामला नहीं सुलझा है. अस्पताल प्रबंधन को जो जमीन दी गयी है, उस तक केवल 10 फीट चौड़ी एक पीसीसी सड़क आती है. अस्पताल प्रबंधन ने इस सड़क के जमीन को 80 फीट करने की मांग की है, लेकिन अब तक जमीन का अधिग्रहण नहीं हुआ है.
राजधानी के लोगों को हाेगा फायदा
चेन्नई अपोलो जैसे बड़े अस्पताल के खुलने से राजधानी में कम कीमत पर जटिल बीमारियों का इलाज होगा. गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दक्षिण भारत जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी.
क्या है लीज एग्रीमेंट में :
एक रुपये के टोकन मनी पर यह जमीन 30 वर्षों के लिए लीज पर अपोलो को दी है नगर निगम ने
2.81 एकड़ में अस्पताल का निर्माण करेगी चेन्नई अपोलो, जमीन गिरवी नहीं रख सकता अस्पताल प्रबंधन
अस्पताल में बीपीएल के लिए 5 प्रतिशत बेड रिजर्व रखा जाना था, जिसे बढ़ा कर 7.5 प्रतिशत किया गया है
अस्पताल प्रबंधन अपने कमाई का .50 प्रतिशत नगर निगम को देगा
अस्पताल में मेयर, डिप्टी मेयर, पार्षदों व कर्मचारियों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध रहेगी.