इन व्यापारियों की तरफ से झारखंड के विभिन्न जिलों में पांच लाख रुपये से अधिक की खरीद-फरोख्त की गयी है. इनमें अपर बाजार के दिलीप साव पर 88.56 लाख का सबसे अधिक कारोबार करने का आरोप है.
इनके अलावा सुभद्रा कंस्ट्रक्शन पर 58.49 लाख, जयदेव राय पर 64.21 लाख, नित्यानंद झा पर 69.85 लाख, पवन कुमार ठाकुर पर 77,18 लाख रुपये, मंतोष कुमार सिंह पर 53 लाख से अधिक का कारोबार करने का तथ्य पाया गया है. इनके अलावा अन्य 60 व्यापारियों की सूची भी शामिल है. विभाग का कहना है कि झारखंड मूल्य वर्द्धित कर अधिनियम 2005 का इन व्यापारियों ने उल्लंघन किया है.