Advertisement
हजारीबाग के तौसिफ की रिम्स में मौत
रांची/हजारीबाग : पुलिस हिरासत में इलाजरत हजारीबाग के सदर थाना क्षेत्र स्थित खानसामा गली निवासी 22 वर्षीय तौसिफ हुसैन की मौत रविवार को रिम्स में इलाज के दौरान हो गयी. उसके भाई इमरान का आरोप है कि हजारीबाग सदर थाना की पुलिस ने तौसिफ को पकड़ने के बाद पीटा था. उसने कहा कि तौसिफ ने […]
रांची/हजारीबाग : पुलिस हिरासत में इलाजरत हजारीबाग के सदर थाना क्षेत्र स्थित खानसामा गली निवासी 22 वर्षीय तौसिफ हुसैन की मौत रविवार को रिम्स में इलाज के दौरान हो गयी. उसके भाई इमरान का आरोप है कि हजारीबाग सदर थाना की पुलिस ने तौसिफ को पकड़ने के बाद पीटा था. उसने कहा कि तौसिफ ने मरने से पहले मुझे रिम्स में बताया था कि उसे पुलिस ने लाठी से पीटा था. वह पीटनेवाले पुलिसकर्मी को देख कर पहचान सकता था. इमरान ने कहा कि पुलिस की पिटाई से उसके भाई की मौत इलाज के दौरान रिम्स में हुई है.
आठ जुलाई की रात पुलिस ने पकड़ा था : इमरान ने बताया कि ताैसिफ बाइक से टीपू खान के साथ आठ जुलाई को बस स्टैंड काॅफी पीने के लिए गया था. घर लौटने के दौरान एक बाइक सवार युवक ने इन दोनों की बाइक में धक्का मार दिया. इस हादसे में वह युवक भी घायल हो गया और तौसिफ व टीपू भी घायल हो गये. पुलिस ने उस युवक को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया, जबकि टीपू और तौसिफ को पकड़ कर थाना ले आयी और दोनों की पिटाई शुरू कर दी.
पुलिस ने नहीं दी तौसिफ के पकड़ने की जानकारी : इमरान ने बताया कि सदर थाना की पुलिस ने तौसिफ के पकड़े जाने की जानकारी नहीं दी थी. जब स्थानीय लोगों ने उसे बतायाकि तौसिफ को पुलिस ने रिम्स में इलाज के लिए भरती कराया है, तब हम उसे देखने रिम्स पहुंचे.
दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज होना चाहिए : इमरान ने कहा कि मेरे भाई की पीट कर हत्या करनेवाले दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज होना चाहिए. पूरे मामले की जांच सीबीआइ से करायी जाये, ताकि दोषी पुलिसकर्मियों को सजा मिल सके.
मोबाइल छीनने के बाद लोगों ने पकड़ा था
हजारीबाग के एसपी भीमसेन टूटी ने कहा कि आठ जुलाई की शाम तौसिफ और टीपू को स्थानीय लोगों के सहयोग गिरफ्तार किया गया था. दोनों अब्दुल जलील पर ब्लेड से हमला कर मोबाइल छीन कर भाग रहे थे. भागने के दौरान दोनों बाइक से गिरे थे, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इन्हें पकड़ा था. अब्दुल जलील ने छिनतई की प्राथमिकी (कांड सं 592 -16) भी दर्ज करायी थी. पुलिस ने घटना के दूसरे दिन टीपू को जेल भेज दिया था. 11 जुलाई को तौसिफ को इलाज के लिए रिम्स में भरती कराया गया था. उसे किडनी की बीमारी थी.
पुलिस हिरासत में उसका एक बार डायलिसिस भी हो चुका है. रविवार को रिम्स में भी उसका डायलिसिस हुआ था. इसी दौरान उसकी मौत हो गयी. तौसिफ का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड हजारीबाग पुलिस के पास था. वह पूर्व में रंगदारी और जानलेवा हमला के आरोप में जेल जा चुका है. वह फरवरी में जेल से जमानत पर बाहर निकला था. टीपू के खिलाफ भी पहले से चार मामले दर्ज हैं. पुलिस ने तौसिफ के साथ कोई मारपीट नहीं की गयी थी. रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement