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मेडिका में पहली बार हुआ किडनी ट्रांसप्लांट

रांची : भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल में पहली बार सफलतापूर्वक एक व्यक्ति का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. काशी प्रसाद का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. किडनी उनकी पत्नी सुनीता देवी ने डोनेट किया. दोनों पति-पत्नी को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गयी है. यह जानकारी मेडिका इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजीजेज के निदेशक डॉ अशोक […]

रांची : भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल में पहली बार सफलतापूर्वक एक व्यक्ति का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. काशी प्रसाद का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. किडनी उनकी पत्नी सुनीता देवी ने डोनेट किया. दोनों पति-पत्नी को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गयी है. यह जानकारी मेडिका इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजीजेज के निदेशक डॉ अशोक कुमार वैद्य ने शुक्रवार को पत्रकारों को दी.
डॉ वैद्य ने बताया कि मेडिका रांची में किये गये इस पहले किडनी ट्रांसप्लांट को नेफ्रोलॉजिस्ट, यूरोलॉजिस्ट, ट्रांसप्लांट सर्जन, जनरल सर्जन, एनेस्थेटिक व नर्सों की टीम ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. डॉ वैद्य ने बताया कि हमारी टीम में अच्छे इंस्टीट्यूट से पढ़ कर आये डॉक्टर शामिल हैं.
सभी लोग तकनीकी बारीकियों के जानकार हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि जब किसी की किडनी 90 प्रतिशत काम करना बंद कर देती है, तब वह व्यक्ति सामान्य जीवन नहीं जी पाता है, लेकिन किडनी ट्रांसप्लांट के बाद काशी अब सामान्य जीवन जी पायेंगे. उन्हें प्रतिमाह 4000 से 5000 रुपये की दवा खानी पड़ेगी. डॉ वैद्य ने बताया कि आज किडनी डोनर मिलना काफी मुश्किल होता है, लेकिन काशी की पत्नी ने खुद ही किडनी डोनेट किया.
सामान्य जीवन जी सकेंगे : किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके काशी प्रसाद काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि अब वे आम लोगों की तरह सामान्य जीवन जी सकेंगे.
रांची : पांच घंटे या इससे कम नींद लेनेवालों में हर्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है. इसका खतरा न हो इसके लिए लोगों को प्रतिदिन छह से सात घंटे नींद जरूर लेना चाहिए.
प्रतिदिन पैदल चलें और नियमित व्यायाम करें. उक्त बातें मेदांता द मेडिसिटी हॉस्पिटल गुड़गांव के निदेशक डॉ रजनीश कपूर ने कही. वे शुक्रवार को होटल बीएनआर चाणक्य में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. डॉ कपूर ने कहा कि देश में हर्ट की मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग ज्यादा तनाव झेल रहे हैं. किसी चीज का समय नहीं है, जो चिंता की बात है. रेडिमेड फूड को पूरी तरह से ना कहें.
प्रतिमाह व्यायाम जरूरी है. बादाम, फल व सलाद का सेवन ज्यादा करें. डॉ कपूर ने बताया कि शुक्रवार को बिजली बोर्ड के पास शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 300 मरीजों का इलाज हुआ. शिविर में 10 प्रतिशत लोगों में हर्ट डिजीज की शिकायत मिली. पांच से सात लोगों के दिल में छेद पाया गया. एक सवाल के जवाब में डॉ कपूर ने कहा कि जब हर्ट में 80 प्रतिशत ब्लॉकेज है, तो उसका इलाज जरूरी है. उसे या तो बलूनिंग या स्टैंट लगाया जा सकता है.

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