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पुलिस ने नितेश को भी लटका कर पीटा

बुंडू. रूपेश की कस्टडी में मौत के बाद किया मुक्त नाबालिग रूपेश स्वांसी की कस्टडी में पिटाई और फिर उसकी मौत के बाद बुंडू पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है. आभूषण दुकान में काम करनेवाले बुंडू के नितेश राज को भी पुलिस ने नक्सलियों का हथियार सप्लायर कह कर पीटा है. एसडीपीओ के […]

बुंडू. रूपेश की कस्टडी में मौत के बाद किया मुक्त
नाबालिग रूपेश स्वांसी की कस्टडी में पिटाई और फिर उसकी मौत के बाद बुंडू पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है. आभूषण दुकान में काम करनेवाले बुंडू के नितेश राज को भी पुलिस ने नक्सलियों का हथियार सप्लायर कह कर पीटा है. एसडीपीओ के आवास पर और राहे थाना में उसकी बेरहमी से पिटाई की गयी. उधर, रूपेश की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने बुंडू में सात घंटे तक एनएच-33 जाम रखा.
रांची/बुंडू : बुंडू के रहनेवाले नितेश राज को भी पुलिस ने नक्सलियों का हथियार सप्लायर बता कर बेरहमी से पीटा है. नितेश बुंडू में काली मंदिर के पास स्थित आभूषण की दुकान पर काम करता है. दुकान उसके नाना की है. बुंडू एसडीपीओ पवन कुमार के बॉडीगार्ड रितेश और अमित मंगलवार को नितेश को दुकान से ले गये थे.
इसके बाद उसकी जम कर पिटाई की गयी. गुरुवार तक टॉर्चर किया गया. नितेश को पहले एसडीपीओ के आवास पर और फिर बाद में राहे थाना में पीटा गया. नाबालिग रूपेश स्वांसी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के बाद शुक्रवार सुबह नितेश को छोड़ा. रूपेश की एसडीपीओ के आवास पर भी पिटाई की गयी थी, इस दौरान नितेश भी वहां मौजूद था. एसडीपीओ के बॉडीगार्ड नितेश के साथ उसके दोस्त राहुल को भी ले गये थे, पर मारपीट करने के बाद उसे छोड़ दिया था.
िपलास से अंगूठा दबाया : प्रभात खबर से बातचीत में नितेश ने बताया कि एसडीपीओ के बॉडीगार्ड रितेश और अमित मंगलवार को उसे लेकर एसडीपीओ के आवास पर पहुंचे. वहां उसके साथ मारपीट की गयी. इस दौरान एसडीपीओ वहां आते थे, पर वह बचाते नहीं थे. इसके बाद उसे राहे थाना ले जाया गया. वहां पर उलटा लटका कर पीटा गया. नितेश ने बताया कि उसे कभी बंदूक के कुंदे से, तो कभी रस्सी से बांध कर मार गया.अंगूठे को िपलास से भी दबाया जाता था. दर्द होने पर दवा भी नहीं दी जाती थी.
बाहर के डॉक्टर से इलाज नहीं कराने की धमकी
नितेश ने बताया : घर जाने से पहले मुझसे कहा गया कि अगर कोई पूछे कि चोट कैसे लगी है, तो दुर्घटना में घायल होने की बात बताना. नितेश के परिजनों को पुलिस ने धमकी दी थी कि बाहर के किसी डॉक्टर के पास इलाज नहीं करवाना. आस-पास के ही किसी डॉक्टर से इलाज कराना. हालांकि परिजनों ने शनिवार देर शाम नितेश को रिम्स में भरती कराया.
बुंडू एसडीपीओ के बाॅडीगार्ड ले गये थे दुकान से
रूपेश के पास से नहीं िमला था हथियार
नितेश ने बताया : मुझे पकड़ने के बाद बुधवार को रूपेश स्वांसी को एसडीपीअो के आवास में लाया गया. उसे दोनों बॉडीगार्ड ने पीटा था. पिटाई से रूपेश के पेट में दर्द होने लगा था. कुछ घंटे बाद रूपेश को एक गाड़ी में बैठा कर राहे ले जाया गया. रूपेश की निशानदेही पर कोई हथियार नहीं मिलाथा. पर मुझसे कहा गया कि किसी के पूछने पर यह बताना कि रूपेश के पास से दो पिस्टल व 12 हजार मिले थे.
नितेश की मां ने बताया : रूपेश को बुंडू थाने से बेहोशी की हालत में ले जाया गया था
नितेश की मां अंजू देवी ने बताया : सूचना मिलने के बाद मैं एसडीपीओ के पास पहुंची. उन्होंने मुझे कहा कि आपके बेटे को छोड़ दूंगा, पर ऐसा नहीं किया. बाद में मुझे पता चला कि मेरा बेटा राहे थाना में है. वहां बुधवार को जाने पर मुझे पता चला कि नितेश बुंडू थाना में है.
कभी यह बताया गया कि नितेश दशम फॉल थाना में है. अंजू देवी ने बताया : मैं मंगलवार से लेकर गुरुवार तक तीनों थाना और बुंडू एसडीपीओ के कार्यालय का चक्कर लगाती रही. लेकिन मुझे कुछ पता नहीं चला. शुक्रवार सुबह जब मैं बुंडू थाना पहुंची, तो देखी कि पुलिसवाले नाबालिग रूपेश स्वांसी को बेहोशी की हालत में गाड़ी में लाद कर कहीं ले जा रहे हैं. मुझे राहे थाना जाने को कहा गया. वहां जाने पर मुझसे सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया गया. बाद में पुलिस ने कागज पर लिखा कि नितेश को कुछ नहीं हुआ है और मैं उसे सुरक्षित घर ले जा रही हूं.
बुंडू एसडीपीओ का बॉडीगार्ड रितेश सस्पेंड
रूपेश की मौत की जांच का आदेश
डीजीपी डीके पांडेय ने पुलिस कस्टडी में नाबालिग रूपेश स्वांसी की मौत की जांच का आदेश दिया है. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एडीजी एसएन प्रधान ने बताया : डीजीपी ने नेशनल ह्यूमन राइड कमीशन की गाइड लाइन के तहत रूपेश की मौत की जांच सीआइडी से कराने का निर्णय लिया है. डीजीपी ने आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी.
किसी पुलिस पदाधिकारी के दोषी पाये जाने पर उस पर कार्रवाई होगी. डीजीपी के निर्देश पर शनिवार को रांची रेंज के डीआइजी आरके धान और एसएसपी कुलदीप द्विवेदी बुंडू पहुंचे. डीआइजी ने विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी एकत्र की.
शव के साथ सात घंटा एनएच 33 जाम किया आक्रोशित लोगों ने
पुलिस हिरासत में रूपेश स्वांसी की मौत की खबर मिलते ही शनिवार सुबह लाेग उसके घर पहुंचे. लोग सुबह नौ बजे से बुंडू एसडीपीओ के कार्यालय के समक्ष शव के साथ प्रदर्शन करने लगे. एनएच-33 जाम िकया. लोग बुंडू एसडीपीओ, उनके दो अंगरक्षक और राहे व दशम फॉल थाने के निलंबित प्रभारी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. एसएसपी के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए. शाम चार बजे जाम समाप्त िकया. पुलिस सुरक्षा में रूपेश का शव उसके पैतृक गांव सताकी भेजा गया.

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