25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नक्सलियों ने सारंडा से झुमरा तक जाने के लिए बनाया नया कॉरिडोर

नक्सलियों से पूछताछ व बरामद पेपर के आधार पर पुलिस को मिली जानकारी अमन तिवारी रांची : केंद्रीय कमेटी में शामिल बड़े नक्सलियों ने सारंडा से झुमरा पहाड़ तक सुरक्षित पहुंचने के लिए नया कॉरिडोर (रास्ता) बनाया है. सारंडा में केंद्रीय कमेटी के नेता बैठक के बाद झुमरा पहुंचने के बीच किसके घर में ठहरते […]

नक्सलियों से पूछताछ व बरामद पेपर के आधार पर पुलिस को मिली जानकारी
अमन तिवारी
रांची : केंद्रीय कमेटी में शामिल बड़े नक्सलियों ने सारंडा से झुमरा पहाड़ तक सुरक्षित पहुंचने के लिए नया कॉरिडोर (रास्ता) बनाया है. सारंडा में केंद्रीय कमेटी के नेता बैठक के बाद झुमरा पहुंचने के बीच किसके घर में ठहरते हैं. कहां रुकते हैं, आराम करते हैं और खाना खाते हैं.
इसके बाद रास्ते में नक्सलियों को कौन मदद करते हैं, उसके बारे में भी झारखंड पुलिस को जानकारी मिली है. पुलिस को यह जानकारी हाल के दौरान गिरफ्तार नक्सली और उनके पास से बरामद पेपर के आधार पर मिली है. पुलिस के अनुसार केंद्रीय कमेटी के बड़े नक्सली को सारंडा से पोड़ाहाट तक स्कॉट कर गिरिडीह का संतोष एवं कोल्हान का सतीश पहुंचाता है. पोड़ाहाट से जीवन कंडुलना उर्फ गजेंद्र और सुरेश मुंडा नक्सलियों को बुंडू के पिगू तक पहुंचाता है. वहां से नक्सलियों को स्कॉट करने का काम राम मोहन मुंडा, अमित और बोयदा करता है, लेकिन अब राम मोहन मुंडा गिरफ्तार हो चुका है.
पिगू से नक्सली अड़की के तुयदू तक पहुंचते हैं. दिन में नक्सली यहां एक आर्मी से रिटायर्ड व्यक्ति के घर में खाना-पीना करने के बाद विश्राम करते हैं. अड़की के जटुआ स्थान निवासी एक भगत जिसे लोग वैद्यजी के नाम से जानते हैं, सुरदा से नक्सली निकले के बाद वैद्यजी के पास पहुंचते हैं. इस गांव के 12- 13 घर के सदस्य नक्सलियों को मदद करते हैं. वहां से नक्सली अड़की थाना क्षेत्र के रूगडू स्थित सुखराम मुंडा, पारा टीचर हरि मुंडा के पास पहुंचते हैं. वहां नक्सलियों का दस्ता रुकने के बाद रात में अड़की थाना क्षेत्र के माइलपीढ़ी चले जाते हैं.
यहां आराम करने के बाद नक्सली मुरहू के जिलिंग केला गांव स्थित बोयदा पाहन के घर पहुंचते हैं. इसके बाद वहां से बुंडू थाना क्षेत्र के डाहू बेड़ा स्थित सिंहराय मुंडा के घर अाराम करने के लिए पहुंचते हैं. डाहूबेड़ा से नक्सली नामकुम थाना क्षेत्र के योगीटोला पहुंचते हैं.
वहां पर दो लोग नक्सलियों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करते हैं. वहां से लोग फिर से बुंडू थाना क्षेत्र के एक महिला के घर पहुंचते हैं. उसके घर में ठहरने के बाद सेरेंगडीह होते हुए नक्सली दारहाकोचा निवासी एक महतो परिवार के घर में पहुंचते हैं. इसके बाद नक्सली ठंगरूडीह के शंभु बेदिया व मेघनाथ बेदिया के घर पहुंचते हैं. ठुगरूडीह से ग्राम जुमाल निवासी चंद्र महतो के घर में खाना खाने के बाद पहाड़ पर दिन में ही आराम करते हैं.
ग्राम जुमला से गोला थाना क्षेत्र के ग्राम बाबुलाग, बिद्री, हाईजारा और दामोदर नदी पार करते हुए घघरी, कुसुमडीह, सरनाडीह, बेलडीह, अंबाडीह, चोरगांव, मुरपा, खखंदा और लुगू पहाड़ हाेते हुए झुमरा पहाड़ तक नक्सली पहुंच जाते हैं.
नक्सलियों को सहयोग करनेवालों का नाम : प्रीतम, चंद्र महतो, अश्विनी मुंडा, शुभु बेदिया, परमेश्वर महतो, विलासी कुमारी, कंचन मुंडा, गंभीरा सिंह मुंडा, लक्ष्मण सिंह मुंडा, कंचन सिंह मुंडा, मेघनाथ बेदिया और शिवनाथ मुंडा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें