25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नेवारी कांड : पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पिपरा, दहशत में हैं बस्ती के लोग, कई लोगों ने घर छोड़ा

– 20 जून की शाम मो नसीम की हत्या के बाद रात में नेवरी गांव के लोगों ने पिपराचौड़ा बस्ती पर हमला कर उसे तबाह कर दिया. – बस्ती में छोटे-बड़े कुल 52 घर हैं. इनमें से 30 घरों में लोगों ने आग लगा दी. 22 घर पूरी तरह जल गये. आठ घरों में मामूली […]

– 20 जून की शाम मो नसीम की हत्या के बाद रात में नेवरी गांव के लोगों ने पिपराचौड़ा बस्ती पर हमला कर उसे तबाह कर दिया.
– बस्ती में छोटे-बड़े कुल 52 घर हैं. इनमें से 30 घरों में लोगों ने आग लगा दी. 22 घर पूरी तरह जल गये. आठ घरों में मामूली नुकसान हुआ.
– 22 घरों में रखे सारे सामान (टीवी, फ्रिज, बर्तन, गैस सिलेंडर, चूल्हा, बिस्तर, चौकी, पलंग, कॉपी-किताब, कंप्यूटर) को जला दिया गया.
– हमलावरों ने 30 ऑटो और 15 बाइक को भी फूंक दिया. 11 लाख से अधिक नकद और लाखों के जेवरात लूट लिये.
– एक अनुमान के मुताबिक सोमवार की रात हुए इस हमले में पिपराचौड़ा बस्ती के लोगों को तीन से चार करोड़ का नुकसान हुआ है.साथ ही दो बस्ती के बीच का भाईचारा भी खत्म हो गया.
रांची : नेवरी निवासी ईंट भट्ठा व्यवसायी नसीम की हत्या के विरोध में जहां एक ओर मंगलवार को नेवरी गांव में मातम पसरा रहा. दुकानें बंद थीं, वहीं दूसरी ओर नेवरी स्थित पिपराचौड़ा बस्ती के लोग दहशत में हैं. दहशत के मारे कई लोग रात में ही बस्ती छोड़ कर चले गये. मंगलवार को भी वापस नहीं लौटे हैं. बस्ती के लोगों को इस बात की आशंका है कि कहीं फिर से नेवरी के लोग हमला न कर दें. हालांकि प्रशासन ने बस्ती में पुलिस की तैनाती कर दी है. सदर एसडीओ और पुलिस के अधिकारियों ने बस्ती का दौड़ा किया. बस्ती में मौजूद लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया.
रात 1.00 बजे के बाद शांत हुई बस्ती
पिपराचौड़ा बस्ती के लोग सोमवार की रात के सात बजे से 12 बजे तक आतंक व भय के साये में रहे. हालांकि पुलिस रात आठ बजे ही पहुंच गयी थी, लेकिन संख्या कम होने के कारण पुलिस गांव में घुस नहीं पा रही थी. गांव के फातिमा और नेजाम ने बताया कि सोमवार की रात वे अपने घर में थे. उन्हें इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि गांव में किसी नसीम नामक युवक की हत्या हुई है. अचानक सैकड़ों की संख्या में लोग गांव पहुंचे और हमला कर दिया. किसी को बचने का मौका नहीं दिया. हमला करनेवालों ने लूटपाट भी की. नेजाम ने बताया कि जहां नसीम की हत्या हुई थी, उससे उसका घर काफी नजदीक है. अचानक कुछ लोग उसके घर में पहुंचे गये और लूटपाट शुरू कर दी. वह जान बचाने के लिए अपने घर को छोड़ कर पीछे भाग गया. इस वजह से उसकी जान बच गयी. नेजाम के अनुसार हमला दो बार हुआ था. देर रात करीब 1.00 बजे जब गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी, तब जाकर गांव में शांति लौटी.
बाहरी-भीतरी के कारण भड़का विवाद
बस्ती के कुछ लोगों ने बताया कि पिपराचौड़ा में बसनेवाले अधिकांश लोग बाहरी हैं. कोई बिहार से आकर बसा है, तो कोई झारखंड के दूसरे जिलों से आकर. नेजाम ने बताया कि वह पहले हिंदपीढ़ी में रहता था, लेकिन उसने वहां की जमीन और घर को बेच कर पिपराचौड़ा बस्ती में जमीन खरीद कर घर बनाया है. इस वजह से नेवरी गांव के लोग पिपराचौड़ा बस्ती के लोगों को बाहरी मानते हैं. आरोप लगे हैं कि नसीम को गांव में बुला कर जाकिर ने गांववाले के सहयोग से उसकी हत्या कर दी. वहीं, रजफ पर हमला कर उसे घायल कर दिया. हत्या का आरोपी जाकिर बाहर से आकर पिपराचौड़ी बस्ती में बसा है. पहले वह असम में रहता था. यही कारण है कि नसीम की हत्या के बाद नेवरी गांव के लोगों ने पूरी बस्ती पर हमला बोल दिया.
विरोध देख घटनास्थल से भाग गयी थी पुलिस
पिपराचौड़ा बस्ती के लोगों ने बताया कि नसीम की हत्या की सूचना जब स्थानीय मेसरा ओपी थाना की पुलिस को मिली, तब पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया था. पुलिस की एक जीप गांव पहुंची, लेकिन हमलावरों की संख्या अधिक थी. हमलावरों ने थाना प्रभारी के साथ भी मारपीट की. उनका सिर फट गया. जिसके बाद पुलिस किसी तरह गांव से निकल गयी. पुलिस जब घटनास्थल से भाग गयी, तब हमलावरों का मनोबल और बढ़ गया. इसके बाद पुलिस के सामने ही हमलावरों ने दूसरी बार कुछ घरों में आग लगायी और लूटपाट की.
एक भी घर में नहीं जला चूल्हा
पिपराचौड़ा बस्ती के किसी भी घर में मंगलवार को चूल्हा नहीं चला. गांव के कई घरों में ताला लटका हुआ था. बस्ती के कुछ लोगों ने बताया कि जिनके घर में ताला लटका हुआ है, वे सोमवार रात की घटना के बाद से घर छोड़ कर कहीं चले गये हैं. सोमवार की रात नेवरी गांव के लोगों ने जिस तरह आतंक मचाया है, उससे लोग डरे हुए हैं. जो लोग बस्ती में हैं, वे भी घर छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं. बस्ती के कुछ लोग ऑटो चलाकर परिवार चलाते थे, लेकिन हमलावरों ने उनके ऑटो को भी जला दिया.
आतंक के साये में गुजरे पांच घंटे
बीआइटी मेसरा ओपी क्षेत्र के पिपराचौड़ा बस्ती के लोग सोमवार की रात के वो पांच घंटे (7.00 बजे से 1.00 बजे तक) पूरी जिंदगी नहीं भूल पायेंगे. पांच घंटों तक भय और आतंक के साये में लोग खुद को और परिवार को छिपाते रहे. इधर-उधर भागते रहे, लेकिन न हमलावरों का मन पसीजा और न ही कोई मदद करने आया. करीब डेढ़ घंटे तक यही स्थिति बनी रही. रात के करीब 8.30 बजे पुलिस के कुछ पदाधिकारी और जवान बस्ती के बाहर पहुंचे, लेकिन नेवरी गांव के लोगों ने उन्हें गांव में घुसने ही नहीं दिया. गांव के बाहर भी भाड़ी भीड़ थी. पुलिस समझ रही थी कि भीड़ सिर्फ यहीं पर है, लेकिन कुछ युवक बस्ती के भीतर आतंक मचाने में लगे हुए थे. बस्ती के मो जावेद ने बताया कि कहीं से मदद मिलने की उम्मीद नहीं थी. रात के करीब 10 बजे सिटी एसपी अतिरिक्त पुलिस बल के साथ बस्ती के बाहर पहुंचे. उन्हें ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा. हालांकि वह लगातार गांववालों से बात कर उन्हें शांत करने की कोशिश करते रहे.
मसजिद को घेर लिया था
घरों पर हमला होने के बाद बस्ती के कुछ लोग मसजिद में शरण लिये हुए थे. नेवरी गांव के 15-20 युवक मसजिद के पास पहुंच गये. मसजिद में रुके लोगों को बाहर निकलने के लिए ललकारने लगे थे. कुछ उपद्रवी युवक मसजिद में घूस रहे थे. इसी दौरान सिटी एसपी बस्ती के बाहर पहुंचे. किसी ने इसकी सूचना उन्हें दी. जिसके बाद सिटी एसपी कुछ पुलिसकर्मियों के साथ मसजिद तक पहुंचे. रास्ते में उन्होंने उपद्रवियों द्वारा जलाये गये घरों को देखा. पुलिस के पहुंचने पर हमलावर युवकों ने पुलिस से नोक-झोंक की, लेकिन पुलिस ने किसी तरह हल्का बल प्रयोग कर युवकों को मसजिद के पास से हटाया. तब कुछ पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में मसजिद में रुके लोगों को बस्ती से बाहर निकाला गया.
जिसे जहां जगह मिली, भाग कर जान बचायी
सोमवार की रात नेवरी गांव के लोगों ने जब पिपराचौड़ा बस्ती पर हमला कर दिया, तब लोग कुछ नहीं समझ पाये थे. जिसे जहां रास्ता मिला, वे उधर जान बचा कर भागे. सबसे खराब स्थिति महिलाओं व वृद्धों की थी. वे भाग भी नहीं सकते थे और हमलावरों का मुकाबला भी नहीं कर सकते थे. लोगों ने किसी तरह खुद को छिपा कर जान बचाया. मो जावेद छिपने के लिए छत पर भाग गये थे. हमलावर वहां भी आ पहुंचे और उनके साथ मारपीट की.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें