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चमरा के वारंट की खबर सुन बैठक छोड़ अस्पताल पहुंचे झामुमो व कांग्रेस के नेता

रांची: रात आठ बजे के करीब कांके रोड स्थित नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के आवास में विपक्ष के नेताओं की बैठक शुरू हुई. आरंभ में झामुमो के ही विधायकों का आने का सिलसिला आरंभ हुआ. विपक्ष के विधायकों के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया गया था. रात 8.30 बजे के करीब सीता सोरेन और […]

रांची: रात आठ बजे के करीब कांके रोड स्थित नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के आवास में विपक्ष के नेताओं की बैठक शुरू हुई. आरंभ में झामुमो के ही विधायकों का आने का सिलसिला आरंभ हुआ. विपक्ष के विधायकों के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया गया था. रात 8.30 बजे के करीब सीता सोरेन और जयप्रकाश भाई पटेल पहुंचे. मासस विधायक अरुप चटर्जी और झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य हेमंत सोरेन के आवास से बाहर निकलते हैं. बैठक अंदर के कमरों में हो रही थी. मीडिया के किसी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं थी. इसी दौरान कांग्रेस के धीरज साहू आते हैं.
फिर राजेंद्र सिंह और विधायक बादल पहुंचते हैं. विधायक आलमगीर आलम भी आते हैं. साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत भी वहां पहुंचते हैं. करीब 10 बजे अचानक झामुमो नेता विनोद पांडेय वहां उपस्थित लोगों से कहते हैं कि चमरा लिंडा अस्पताल में भरती हैं और पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने आयी है. यह सुन सुप्रियो कहते हैं, ऐसे कैसे गिरफ्तार कर लेगा. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्र‍वक्ता डॉ अजय कुमार, राजेश सिंह भी हेमंत सोरेन के आवास से निकलते हैं. सभी गाड़ियों की ओर बढ़ते हैं. इसी दौरान कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी हेमंत सोरेन के आवास में आते हैं. वे अंदर चले जाते हैं. इधर, करीब सात गाड़ियों का काफिला आर्किड अस्पताल की ओर निकलता है. डॉ अजय कुमार कहते हैं कि मीडिया को भी साथ ले लें, जो कुछ भी होगा, सबके सामने होगा.
पुलिस छावनी में बदला अस्पताल: सभी नेता नीचे ही रहते हैं. डॉ अजय मीडिया से बात करने लगते हैं. सुप्रियो भट्टाचार्य पूर्व महाधिवक्ता आरएस मजूमदार से बात करते हैं. फिर कहते हैं कि शनिवार हाइकोर्ट में याचिका दायर की जायेगी. डॉ अजय पुलिस से पूछते हैं कि क्या चमरा लिंडा को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधिकारी कहते हैं कि गिरफ्तार नहीं किया गया है, पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट है. 2013 के एक मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट दिखाया गया. इसी दौरान बाहर भीड़ बढ़ती जाती है. पुलिस के अतिरिक्त बल को मंगाया जाता है. रात 11 बजे सौ से अधिक सिपाही अस्पताल परिसर में फैल जाते हैं. फिर डॉ अजय बताते हैं कि हाइकोर्ट में नहीं अब सुप्रीम कोर्ट में सलमान खुर्शीद और आरएस मजूमदार याचिका दायर करेंगे और वारंट को रद्द करने की मांग करेंगे. रात 12 बजे तक सारे नेता वहीं जमे रहते हैं. उधर पुलिस किसी को चमरा लिंडा से मिलने नहीं दे रही थी. सभी कह रहे थे आंशिक रूप से पुलिस सरकार के इशारे पर चमरा लिंडा को गिरफ्तार कर चुकी है. केवल दिखावा हो रहा है. डॉ अजय ने चिकित्सकों से भी बहस की. वह कह रहे थे कि चमरा लिंडा को मेदांता ले जाना चाहते हैं पर डॉक्टर हालात का बहाना कर उन्हें जाने नहीं दे रहे हैं. उनका कहना था कि चमरा लिंडा हमारे विधायक हैं, हम जहां चाहेंगे, वहां ले जायेंगे.
अॉर्किड में देर रात तक होता रहा हंगामा
अॉर्किड अस्पताल में रात 10.20 बजे सारे नेता पहुंचते हैं. वे सभी सीधे चमरा लिंडा से मिलने के लिए दूसरे तल्ले पर गये, पर चिकित्सकों ने कहा कि चमरा लिंडा का सिटी स्कैन चल रहा है. अभी वे नहीं मिल सकते हैं. चमरा लिंडा का ग्राउंड फ्लोर में सिटी स्कैन चल रहा था. सारे नेता नीचे आते हैं. हटिया के डीएसपी के साथ उनकी बात होती है. वारंट दिखाया जाता है. झामुमो के नेता कहते हैं कि फर्जी वारंट है. मूल कॉपी दिखायें. इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार को मूल प्रति दिखायी जाती है. वे कहते हैं कि इसकी फोटो कॉपी दी जाये, पर पुलिस के अधिकारी इनकार करते हैं. डॉ अजय कहते हैं कि रात में ही हाइकोर्ट के जज से वारंट दिखा कर बेल की अपील करेंगे, इसलिए कॉपी दिखायी जाये. आपलोग पुलिस के अधिकारी हैं. राजनीतिक दल के कार्यकर्ता की तरह व्यवहार न करें. यह लोकतंत्र है.

लोकतंत्र की हत्या नहीं करें. पुलिस अधिकारी कहते हैं कि वे पहले अपने वरीय अधिकारियों से बात करेंगे, इसके बाद ही कुछ कह सकते हैं. बकझक जारी रहती है. फिर सिटी स्कैन के कमरे के पास नेता आ जाते हैं. वहां चमरा लिंडा के अटेंडेंट ने कहा कि बीती रात 10 बजे उन्हें उल्टी हुई थी. बीपी हाई था, सुगर लेबल बढ़ा हुआ था.

इसके बाद उन्हें करीब 10.30 बजे अॉर्किड अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसी दौरान चिकित्सक व मेडिकल स्टॉफ चमरा लिंडा को लेकर निकलते हैं. पुलिस उन्हें अपने घेरे में ले लेती है. इस पर भी कांग्रेस और झामुमो के नेता हंगामा करते हैं, कहते हैं कि क्या चमरा लिंडा को गिरफ्तार कर लिया गया. वे लोग उनसे बात करना चाहते थे, पर पुलिस ने बात नहीं करने दी. चमरा लिंडा को उनके कमरे में भेज दिया गया.
लिंडा के खिलाफ री-सुपरविजन कर वारंट निकाला
विधायक चमरा लिंडा को गिरफ्तार करने के लिए रांची पुलिस ने एक पुराने मामले का री सुपरविजन कर वारंट निकाला. री सुपरविजन नौ जून को किया गया. मामला जगन्नाथपुर थाना का है. सिपाही से मारपीट करने के मामले में चमरा लिंडा को अभियुक्त बनाया गया था. सिपाही के साथ मारपीट करनेवाले ने खुद को चमरा लिंडा बताया था. मामले की जांच करनेवाले तत्कालीन हटिया डीएसपी के सुपरविजन रिपोर्ट में चमरा लिंडा के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले थे. जांच के क्रम में मोबाइल लोकेशन से पता चला था कि घटना के वक्त चमरा लिंडा कहीं दूसरे जगह पर थे. इसके बाद इस मामले के अभियुक्तों में से चमरा लिंडा का नाम हटा दिया गया था. नौ जून को इसी मामले का री सुपरविजन किया गया. इसमें चमरा लिंडा पर लगाये गये आरोपों को सत्य करार दिया गया. फिर शुक्रवार को इसी आधार पर चमरा लिंडा के खिलाफ पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट हासिल की, जिसके बाद रात में जगन्नाथपुर थाना के इंस्पेक्टर ऑर्किड अस्पताल में इलाजरत चमरा लिंडा को गिरफ्तार करने पहुंचे.‎

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