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अभिजीत ग्रुप पर 5214 करोड़ रुपये का कर्ज
रांची : कर्ज नहीं चुकाने की वजह से आर्सिल ने अभिजीत ग्रुप की कॉरपोरेट पावर लिमिटेड नामक कंपनी की संपत्ति पर कब्जा कर लिया है. साथ ही कॉरपोरेट पावर या किसी अन्य द्वारा आर्सिल के कब्जे में आयी संपत्ति के व्यवहार नहीं करने का निर्देश दिया है. आर्सिल ने इससे संबंधित नोटिस का विज्ञापन भी […]
रांची : कर्ज नहीं चुकाने की वजह से आर्सिल ने अभिजीत ग्रुप की कॉरपोरेट पावर लिमिटेड नामक कंपनी की संपत्ति पर कब्जा कर लिया है. साथ ही कॉरपोरेट पावर या किसी अन्य द्वारा आर्सिल के कब्जे में आयी संपत्ति के व्यवहार नहीं करने का निर्देश दिया है. आर्सिल ने इससे संबंधित नोटिस का विज्ञापन भी प्रकाशित किया है. आर्सिल की ओर से प्रकाशित विज्ञापन में कहा गया है कि कॉरपोरेट पावर की चल अचल संपत्ति लातेहार जिले में है.
अभिजीत ग्रुप की इस कंपनी को बैंकों ने कर्ज दिया था. इस कंपनी को दी गयी कुल कर्ज और सूद की रकम 5214.6746 करोड़ रुपये है. कर्ज देनेवाली बैंकों ने 20 जून 2015 को डिमांड नोटिस जारी कर 60 दिनों के अंदर चुकाने का आदेश दिया था. कंपनी द्वारा कर्ज की रकम नहीं चुकाने की वजह से आर्सिल ने एक जून 2016 से कंपनी की चल एंव अचल संपत्ति पर कब्जा जमा लिया है. कंपनी की संपत्ति में लातेहार स्थित प्लांट मशीनरी सहित अन्य चीजें शामिल है.
आर्सिल के नोटिस को चुनौती देंगे : अभिजीत ग्रुप के सीइओ आरके सिंह ने कहा कि पूर्व में भी आर्सिल ने संपत्ति पर कब्जा का नोटिस दिया था, जिसे डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल(डीआरटी) ने स्थगित कर दिया था.
अब दोबारा नोटिस जारी कर संपत्ति पर कब्जे की बात कही जा रही है, इसे कंपनी डीआरटी में चुनौती देगी. आर्सिल का नोटिस गलत है. हाइकोर्ट में रिट दायर की जायेगी. प्रबंधन प्लांट चलाना चाहती है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी सहयोग का भरोसा दिया है. सीएम ने खुद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और आरइसी के अधिकारियों से 14 मई को बात भी की थी. आर्सिल प्लांट को चलाना नहीं, बल्कि संपत्ति बेचना चाहता है, जो होने नहीं देंगे.
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