रांची: पुलिस की टीम ने सात लाख रुपये लेवी नहीं देने पर उमेडंडा (बुढ़मू) में जेसीबी मशीन में आग लगाने के आरोप में पीएलएफआइ के सात उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार उग्रवादियों में पीएलएफआइ का एरिया कमांडर वीरेंद्र बैठा, सुरेंद्र भगत, कुलदीप यादव, विजय गोप (मांडर), प्रकाश (बुढ़मू), मेघनाथ यादव (चूरी) और खलारी निवासी टिंकू लोहरा शामिल हैं. पुलिस ने उग्रवादियों के पास से हथियार, गोली और अन्य सामान बरामद किये हैं.
गिरफ्तार उग्रवादी ने 21 मई की रात बुढमू थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य में लगी जेसीबी मशीन में आग लगाने और चालक के साथ मारपीट करने की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. यह जानकारी गुरुवार को अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दी. संवाददाता सम्मेलन में ग्रामीण एसपी राज कुमार लकड़ा और अन्य पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.
एसएसपी के अनुसार घटना में वीरेंद्र बैठा के अलावा सुरेंद्र भगत, प्रकाश कुमार, प्रदीप सिंह उर्फ शिवदयाल सिंह और गौतम उर्फ अजय लोहरा शामिल थे. घटना में प्रयुक्त बाइक और फाेन बरामद कर लिये गये हैं. वीरेंद्र को बरियातू पुलिस ने रंगदारी के एक केस में वर्ष 2009 में जेल भेजा था. इसके अलावा उसे लालपुर थाना की पुलिस पूर्व में दहेज हत्या के आरोप में जेल भेज चुकी है.
एसएसपी के अनुसार वीरेंद्र बैठा को पीएलएफआइ संगठन की ओर से बुढ़मू इलाके का नया एरिया कमांडर बनाया गया था. इसके अलावा गिरफ्तार दूसरे उग्रवादी भी नये कैडर हैं. सभी को संगठन विस्तार और लेवी वसूलने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी. सभी वीरेंद्र बैठा के साथ घटना को अंजाम देने के लिए घूमते थे. बिरेंद्र बैठा के अलावा अन्य किसी उग्रवादी का पहले से कोई उग्रवादी रिकॉर्ड नहीं रहा है.
बरामद हथियार : पांच देसी पिस्टल, छह जीवित गोली, आठ मोबाइल, एक बाइक, दो भुजाली, एक कटार, एक तलवार, चार काले रंग का गमछा.
छापेमारी में शामिल पुलिस की टीम : खलारी डीएसपी प्रमोद केशरी, बुढ़मू थाना प्रभारी सरयू आनंद, मांडर थाना प्रभारी रामनारायण सिंह और पुलिस के अन्य जवान.