रांची: झारखंड में सक्रिय नक्सली-उग्रवादी संगठनों ने पिछले 144 दिन में 34 वाहनों को फूंक दिया. इतना ही नहीं कई वाहनों में तोड़फोड़ की और 11 ट्रकों को खाई में भी धकेल दिया. इस साल हुई घटनाओं में जिन वाहनों को नक्सलियों-उग्रवादियों ने क्षतिग्रस्त किया है, वह निर्माण काम में ही लगे थे. आंकड़े के मुताबिक जिन वाहनों को फूंका गया, उनमें 13 जेसीबी, चार हाइवा, दो ट्रैक्टर, रोड रोलर, डंपर, लोडर व पिकअप वैन शामिल हैं.
इसके अलावा कई ऐसी घटनाएं भी हुई हैं, जिनमें नक्सलियों-उग्रवादियों के द्वारा निर्माण कार्य में लगे मजदूरों व कंपनी के कर्मचारियों के साथ मारपीट की गयी और काम को बंद करा दिया गया. हालांकि राज्य पुलिस का दावा है कि नक्सलियों के खिलाफ चलाये गये अभियान में अच्छे परिणाम आये हैं. उल्लेखनीय है कि 16 मई को गृह सचिव व डीजीपी ने कहा था कि राज्य के विभिन्न इलाकों को 13 सेक्टर में बांट कर वहां पर नक्सलियों के खिलाफ अभियान और विकास योजनाएं (रोड, पुल-पुलिया, पीएचसी, सीएचसी, स्कूल आदि का निर्माण) साथ-साथ चलाये जा रहे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार अरविंद उर्फ निशांत इन दिनों काफी बीमार है. उम्र अधिक होने की वजह से उसके घुटने में दर्द बढ़ गया है. वह इन दिनों हाइपर डायबिटीज का शिकार भी हो गया है. इसके अलावा उसे दूसरी बीमारी भी हो चुकी है. इसलिए दंडकारण्य के सुधाकरण को नयी जिम्मेवारी सौंपी गयी है. सुधाकरण के साथ केंद्रीय कमेटी के भी कुछ नक्सली साथ हैं. सभी इन दिनों गढ़वा- छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे बूढ़ा पहाड़ में कैंप कर रहे हैं. कैंम में देव कुमार सिंह भी है.
कैंप में शामिल कुल नक्सलियों की संख्या 200 से अधिक है. इसके अलावा में नये कैडर की बहाली, संगठन को चलाने के लिए आर्थिक संसाधन सहित अन्य बिंदुओं पर रणनीति तैयार की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार जहां पर देव कुमार सिंह और केंद्रीय कमेटी के नक्सली हैं, उसके तीन किलोमीटर के इलाके में नक्सलियों ने विस्फोटक लगा रखा है. इसलिए देव कुमार सिंह और केंद्रीय कमेटी के नक्सलियों तक पहुंचने में फोर्स को परेशानी हो रही है.