रांची: बुजुर्ग महिला मालती देवी (60 वर्ष) पिछले 25 साल से अपने पति के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रही है. मामला अभी अदालत में चल रहा है. मंगलवार को अदालत में बचाव पक्ष की गवाही थी, पर गवाह के नहीं आने की वजह से बचाव पक्ष की गवाही बंद कर दी गयी. अब 27 मई से मामले में बहस शुरू होगी.
यह मामला हिंदपीढ़ी थाना कांड संख्या 57/91 दिनांक 24/01/91 से संबंधित है. मालती देवी ने बताया कि 24 जनवरी 1991 को बैंड बजाने के विवाद को लेकर उनके पति शंकर राम को चाकू मार दिया गया था. उनकी बाद में मौत हो गयी थी.
उस घटना में मालती देवी अौर उनके बेटे अनिल राम को भी चाकू लगा था, जिससे वे घायल हो गये थे. मामले में तीन आरोपी में से दो अदालत से रिहा हो गये थे, जबकि तीसरा आरोपी छोटू राम अभी ट्रायल फेस कर रहा है. मालती देवी ने कहा कि पुलिस ने चार्जशीट दबा दी थी. घटना के लगभग दस साल बाद चार्जशीट दायर की गयी. 2012 में मामले के आरोपी छोटू राम ने अदालत में कहा कि घटना के समय वह नाबालिग था. मालती देवी घटना के समय लगभग 35 वर्ष की थी. पिछले 25 वर्ष से वह हर निर्धारित तिथि में अदालत आती है, इस उम्मीद के साथ कि उसके पति के हत्यारे को सजा मिल सके.