विभागीय सचिव अजय सिंह ने गिनायी उपलब्धियां, कहा, इस वर्ष
रांची : उच्च एवं तकनीकी शिक्षा तथा स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा है कि इस साल के अंत तक 1800 विश्वविद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. इसके लिए जरूरी प्रक्रिया की जा रही है. 15 जून तक रोस्टर क्लियर हो जाने की उम्मीद है. जून के अंत तक स्टैच्यूट (परिनियम)में जरूरी बदलाव भी हो जायेंगे. जुलाई में विज्ञापन प्रकाशित कर दिसंबर से पहले बहाली कर लेने की योजना है.
इससे विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सकेगा. जब तक स्थायी बहाली नहीं हो जाती है, तब तक विश्वविद्यालय ठेके पर नेट पास क्वालिटी फैकल्टी रख सकते हैं. इनको 500 रुपये प्रति क्लास की दर से देने का प्रावधान है. सात जिलों के कॉलेजों में पीजी क्लासेस शुरू करने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए नेट पास फैकल्टी रख सकते हैं. इसके लिए प्रति क्लास 1000 से 1200 रुपये दिया जा सकता है. श्री सिंह शुक्रवार को सूचना भवन में विभागीय उपलब्धि और योजना की जानकारी पत्रकारों को दे रहे थे.
श्री सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षक छात्र अनुपात को कम करने के लिए 12 महिला महाविद्यालयों को खोलने की स्वीकृति दे गयी है. विश्वविद्यालयों में दूसरे सत्र में पढ़ाई शुरू की गयी है. इसके अच्छे परिणाम आने की उम्मीद है. राज्य में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए निजी विश्वविद्यालयों को संचालन की अनुमति दी गयी है.
इसमें इसी साल के एडमिशन की उम्मीद है. 20 पॉलिटेक्निक का काम भी शुरू हो गया है. रामगढ़ में पहला महिला महाविद्यालय शुरू होनेे जा रहे है. सरकार को उम्मीद है कि इससे करीब 850 करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है. रांची कॉलेज को भी विश्वविद्यालय में बदलने की दिशा में काम हो रहा है.
राज्य में एक हजार कॉलेजों की जरूरत
श्री सिंह ने बताया कि राज्य में उच्च शिक्षा में शिक्षक और छात्र अनुपात को राष्ट्रीय स्तर पर लाने के लिए एक हजार कॉलेजों की जरूरत है. राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में 100 कॉलेज बनाने का काम शुरू करने का निर्णय लिया है. दो-तीन साल में यह काम पूरा हो जायेगा. प्राइवेट पार्टियों को भी इसके लिए आगे आने का आग्रह किया गया है.
शिक्षा को मिले उद्योग का दरजा
श्री सिंह ने बताया कि शिक्षा को उद्योग का दरजा देने की मांग सरकार से की जायेगी. इससे शिक्षा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिल पायेगा. उद्योगों की तरह मिलनेवाली सुविधा का लाभ मिलेगा. टीएसी की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई है.
अगले साल पूरा हो जायेगा तारामंडल का निर्माण
रांची, देवघर और दुमका में तारामंडल का निर्माण किया जा रहा है. इसके अगले साल तक पूरा हो जाने की उम्मीद है. कई जिलों में साइंस सेंटर का निर्माण होना था. इसके लिए डीपीआर बनाया जायेगा. इसका काम नये सिरे से कराया जायेगा.