विभाग द्वारा कराये गये सर्वे में गढ़वा और पलामू के पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा पायी गयी है.लंबे समय से ही यहां फ्लोराइड अटैचमेंट लगाने की मांग की जा रही थी. पेयजल मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी से भी दोनों जिलों के प्रतिनिधियों ने मांग की थी. इसके बाद विभाग द्वारा सर्वे कराया गया. अब यहां निविदा निकाल कर काम आवंटित कर दिया गया है.
काम के साथ शर्त रखी गयी है कि भारत सरकार की संस्था नेरी(एनइआरआइ)द्वारा प्लांट को प्रमाणित किये जाने के बाद ही भुगतान किया जायेगा. लैब टेस्टिंग में पानी में फ्लोराइड की मात्रा 5.92 मिलीग्राम प्रति लीटर पायी गयी है, जबकि उपयोग के लिए अधिकतम सीमा 1.5 मिलीग्राम प्रति लीटर है.