एचइसी मैकेनिकल, वेल्डिंग, लेजर प्लाजमा, फेब्रिकेशन, ओर हैंडलिंग प्लांट व माइनिंग के क्षेत्र में नॉलेज ट्रांसफर करेगा. श्री घोष ने कहा कि किसी भी उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए शैक्षणिक संस्थान के साथ मिल कर कार्य करना आवश्यक है. इससे तकनीक अपडेट होती और कंपनी हमेशा बाजार में बनी रहती है. एचइसी का आधुनिकीकरण कार्य तेजी से हो रहा है.
दोनों संस्था के बीच एमओयू होने से एचइसी को स्किल डेवलपमेंट, आधुनिकीकरण और क्वालिटी कंट्रोल में सहयोग मिलेगा. मौके पर भारी उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव विश्वजीत सहाय, संजय चावड़े, प्रो जीजी रॉय, डाॅ सुंदरामूर्ति, डॉ सिद्धार्थ दास, एनएल गोस्वामी, आशीष भट्टाचार्य उपस्थित थे.