चक्रधरपुर: रघुवर सरकार की स्थानीय नीति को झारखंड की जनता ने सराहा है. स्थानीय नीति से हर वर्ग को लाभ पहुंचेगा. बेहतर स्थानीय नीति बन जाने से झामुमो की दुकानदारी बंद हो गयी है. बिना स्थानीय नीति का अध्ययन किये बगैर भोले-भाले जनता को बरगला कर झामुमो विकास में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास कर रहा है.
उक्त बातें सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने शुक्रवार को स्थानीय भगत सिंह चौक परिसर में शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कही. उन्होंने कहा कि 15 साल में हेमंत सोरेन को सत्ता में मौका मिला. उस वक्त स्थानीय नीति क्यों नहीं बनायी गयी. परदे के पीछे हंगामा करने से अच्छा है कि जनता के समक्ष आमने-सामने बात हो. कहां स्थानीय नीति में त्रुटि है, विरोध करने वाले बतायें. राज्य के मुख्यमंत्री जनता की हर बात सुनने को तैयार हैं.
जरूरत पड़ने पर फेरबदल करने की बात कही गयी है. कट ऑफ डेट 1985 से लेकर स्थानीय नीति बनायी गयी है, जबकि हेमंत सरकार ने 2002 कट ऑफ डेट रखा था. उन्होंने कहा कि 30 साल से झारखंड में निवास करने वाले क्या सिर्फ वोट देने के लिए हैं. उन लोगों का भी सोचना जरूरी है. उन्हें भी हक मिलना चाहिए़ रघुवर सरकार ने आदिवासी, मूलवासी समेत सभी वर्गों को लाभ पहुंचाते हुए संतुलित स्थानीय नीति बनायी है. इससे बेहतर स्थानीय नीति नहीं हो सकती है. मुख्यमंत्री ने स्थानीय नीति तैयार करने से पहले राज्य के सभी विधायक, बुद्धिजीवियों को अपनी राय देने के लिए आमंत्रित किया था. स्थानीय नीति में जिलावार युवा वर्ग की नौकरी में नियुक्ति होने की बात कही गयी है. स्थानीय नीति विरोध करने वाले जनता को गुमराह करना छोड़ दें. जनता अब स्पष्ट रूप से जान चुकी है क्या गलत व क्या सही है. मौके पर पूर्व विधायक गुरुचरण नायक, जिलाध्यक्ष संजू पांडेय, प्रदेश कार्य समिति सदस्य अशोक षाड़ंगी मौजूद थे.