रांची: रोमन कैथोलिक चर्च, दिल्ली आर्चडायसिस में कमीशन फॉर एक्यूमिनिज्म एंड डायलॉग के अध्यक्ष, फादर डोमनिक इमानुएल के अनुसार जब तक भाजपा, संघ परिवार या आरएसएस के साथ अपने रिश्ते स्पष्ट नहीं करती, तब तक ईसाइयों से उसकी दूरी बनी रहेगी़. फादर डोमनिक ने कई राष्ट्रीय चैनलों में ईसाइयों से जुड़े मसलों पर बतौर प्रवक्ता चर्च का पक्ष रखा है़ ओड़िशा जाने के क्रम में वे शुक्रवार को रांची में थ़े इस दौरान उन्होंने आर्चबिशप हाउस में कई विषयों पर अपनी बात रखी़
सबको साथ लेकर चलने की बात हो : उन्होंने कहा कि आरएसएस हिंदू राष्ट्र की बात करता है. जब तक भाजपा यह नहीं कहती कि वह सावरकर और गोलवलकर की विचारधारा से दूर हुई है, सबको साथ लेकर चलना चाहती है, तब तक ईसाइयों में उसके प्रति भय बना रहेगा.
सोच समझ कर बोलें चर्च के अगुवे : इस सवाल पर कि पिछले कुछ समय में चर्च और भाजपा की निकटता दिखी है, गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर कई क्रिश्चियन विधायक बने, पार्टी ने पीए संगमा को राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन दिया़ इस पर फादर डोमनिक ने कहा कि सभी जानते हैं कि गुजरात में क्या हुआ है. नरेंद्र मोदी के कई वक्तव्यों से अल्पसंख्यकों में भय पैदा होता है. चर्च लीडर्स को बयान देने में सावधानी बरतनी चाहिए़ जेकोबाइट मेट्रोपोलिटन के बयान का चर्च में काफी विरोध हुआ है.
दलित ईसाइयों को मिले आरक्षण : इस प्रश्न पर कि जब चर्च में जाति भेद नहीं, तो दलित ईसाइयों के लिए आरक्षण की मांग क्यों? उन्होंने कहा कि ईसाई धर्म में जाति-पात की बात नहीं है, पर वृहत समाज में इसकी मौजूदगी एक यथार्थ है. इसलिए दलित ईसाइयों के लिए अनुसूचित जाति के आरक्षण की हमारी मांग जायज है.
झारखंड में चर्च ने अच्छा काम किया : उन्होंने कहा कि वह पहली बार रांची आये हैं और यहां आकर उन्हें अच्छा लगा. यहां चर्च ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है. आदिवासियों की स्थिति में सुधार आयी है. सच्चाई और ईमानदारी जैसे मूल्यों को अपने कार्यो से प्रकट कर रहे हैं. नयी पीढ़ी भी तैयार हो रही है. यहां की कलीसिया पर उन्हें गर्व है.