फिलहाल पुलिस की जांच में रवींद्र वर्मा नाम के किसी नक्सली के शामिल होने की बात सामने नहीं आयी है. पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है कि अगर नक्सलियों के नाम पर भेजा गया पत्र फरजी है, तब इस साजिश के पीछे किसका हाथ है.
उल्लेखनीय है कि गिरिडीह से भाकपा माओवादियों के नाम पर झारखंड विधानसभा अध्यक्ष और एयरपोर्ट डायरेक्टर को एक पत्र डाक से भेजा गया था. इसी तरह का एक पत्र बिहार विधानसभा को भी भेजा गया है. झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह एडीजी एसएन प्रधान ने बताया कि मामले में गुरुवार को गिरिडीह में कुछ लोगों ने पूछताछ की गयी, लेकिन किसी की संलिप्तता की बात सामने नहीं आयी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूर्व में गिरिडीह के कुछ अधिकारियों को भाकपा माओवादी के रवींद्र वर्मा के नाम पर धमकी भरा पत्र भेज जा चुका है.
इसके अलावा राजभवन को भी एक पत्र भेजा चुका है, लेकिन पूर्व की जांच में किसी नक्सली की संलिप्तता की पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस का मानना है कि इस घटना के पीछे किसी सिर फिरे का हाथ हो सकता है. इधर, सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस अधिकारियों ने एयरपोर्ट और विधानसभा की सिक्यूरिटी ऑडिट का निर्णय लिया है. सुरक्षा को लेकर वहां पहले से तैनात पुलिस अधिकारियों को एलर्ट कर दिया गया है. ऑडिट में सुरक्षा से संबंधी कमी की बात सामने आने पर पुलिस एयरपोर्ट और विधानसभा की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर सकती है.