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चार लाख रंगदारी नहीं देने पर व्यवसायी के पुत्र पर फायरिंग
अपराध. 18 अप्रैल को अपराधियों ने फोन कर मांगी थी रंगदारी पंडरा ओपी क्षेत्र के व्यवसायी सुदेश्वर प्रसाद सिन्हा के पुत्र मृणाल कुमार पर अपराधियों ने फायरिंग की, लेकिन वह बाल-बाल बच गया. घटना शनिवार की सुबह करीब 11 बजे की है. घटना को अंजाम देने के बाद बाइक सवार दो अपराधी भाग निकले. रांची […]
अपराध. 18 अप्रैल को अपराधियों ने फोन कर मांगी थी रंगदारी
पंडरा ओपी क्षेत्र के व्यवसायी सुदेश्वर प्रसाद सिन्हा के पुत्र मृणाल कुमार पर अपराधियों ने फायरिंग की, लेकिन वह बाल-बाल बच गया. घटना शनिवार की सुबह करीब 11 बजे की है. घटना को अंजाम देने के बाद बाइक सवार दो अपराधी भाग निकले.
रांची : देवी मंडप रोड स्थित एक माॅर्केटिंग कांप्लेक्स के बाहर मृणाल पर फायरिंग की गयी. घटना के बाद पुलिस वहां पहुंची. पुलिस ने घटना स्थल के समीप आसपास के दुकानदारों से मामले की जानकारी ली. सभी ने पुलिस को बताया कि गोली चलने जैसी आवाज सुनाई पड़ी थी.
कुछ लोगों ने बताया कि बाइक पर दो युवक थे, जिनमें बाइक चला रहा युवक हेलमेट पहने था. पुलिस ने घटना स्थल के समीप से गोली का खोखा तलाशने का प्रयास किया, लेकिन नहीं मिला. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मृणाल कुमार को एक बॉडीगार्ड उपलब्ध करा दिया है. पुलिस ने मृणाल कुमार की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. मृणाल के अनुसार वह बीबीए का छात्र है. वह मॉर्केटिंग कांप्लेक्स स्थित एक सैलून के बाहर बैठ कर कुछ लोगों के साथ बात कर रहा था. इसी दौरान बाइक पर दो युवक पहुंचे और उस पर फायरिंग की. किसी तरह उसने सैलून के अंदर घुस कर अपनी जान बचायी. उसके पास भी लाइसेंसी हथियार है.
जब तक वह कुछ समझ पाता और फायरिंग करता, अपराधी भाग निकले. मृणाल ने बताया कि 18 अप्रैल को उसके मोबाइल पर फाेन आया था. फोन करनेवाले ने खुद को पहले बैंककर्मी बताया, लेकिन बाद में उसने रंगदारी के रूप में चार लाख मांगे. रंगदारी नहीं देने पर गोली मारने की धमकी दी. तब उसने इस बात की लिखित जानकारी पंडरा ओपी की पुलिस को दी थी. मृणाल का कहना है कि शिकायत करने के बावजूद मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उसे आशंका है कि रंगदारी नहीं देने की वजह से उस पर फायरिंग की गयी है.
मामले में घटना स्थल से गोली का खोखा नहीं मिलने और घटना के बारे में पुलिस को कुछ बिंदुओं पर संदेह है. इसलिए पुलिस केस दर्ज कर विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही है. फायरिंग की घटना के पीछे कोई साजिश तो नहीं, पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है.
इधर, मामले में कोतवाली एएसपी अंशुमन कुमार का कहना है कि रंगदारी के लिए फोन आने की जानकारी मृणाल ने पुलिस को दी थी, लेकिन उसने पुलिस से अनुरोध किया था कि मामले में केस दर्ज नहीं किया जाये. इस वजह से मामले में केस दर्ज करने के बजाय सिर्फ सनहा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही थी.
फोन आने के बाद भी मृणाल ने किसी प्रकार के खतरे की बात से इनकार किया था. जिस नंबर से फोन किया गया था, उसकी जांच करने पर पुलिस को पता चला कि वह नंबर जामताड़ा या देवघर का है और फोन करनेवाला कोई साइबर फ्रॉड हो सकता है. पुलिस के अनुसार साइबर फ्रॉड ने मृणाल से जब उसके एटीम का पिन नंबर मांगा, तब दोनों के बीच में विवाद हुआ था. कुछ दिन पहले मृणाल के साथ आपसी विवाद में कुछ लोगों ने मारपीट भी की थी.
मृणाल के हथियार की होगी जांच
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मृणाल ने अपने हथियार से दो फायरिंग की है. स्थानीय लोगों ने सिर्फ दो फायरिंग की आवाज सुनी है. इसलिए यह संभव है कि किसी अपराधी ने कोई फायरिंग नहीं की हो.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार घटना स्थल पर एफएसएल की टीम ने जांच की, लेकिन जांच के दौरान अपराधियों द्वारा गोली चलाने से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं मिले. पुलिस अधिकारियों के अनुसार अगर अपराधियों ने फायरिंग की होती, तब गोली का निशान कहीं न कहीं तो अवश्य मिलता. इसलिए मृणाल के लाइसेंसी हथियार की भी जांच होगी.
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