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नहीं शुरू हो सकी डैमों की सफाई, मंत्री नाराज
जलसंकट. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री का निर्देश, पाइप लाइन से हो रही पानी की चोरी हर हाल में रोकें रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश के बाद भी राजधानी के दो जलाशयों से मिट्टी कटाई का काम शुरू नहीं हो पाया. मुख्यमंत्री ने 16 अप्रैल को गोंदा और हटिया डैम का निरीक्षण करने के […]
जलसंकट. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री का निर्देश, पाइप लाइन से हो रही पानी की चोरी हर हाल में रोकें
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश के बाद भी राजधानी के दो जलाशयों से मिट्टी कटाई का काम शुरू नहीं हो पाया. मुख्यमंत्री ने 16 अप्रैल को गोंदा और हटिया डैम का निरीक्षण करने के बाद बगैर निविदा के मिट्टी कटाई और गाद साफ करने का आदेश दिया था. इसको लेकर रविवार को पेयजल और स्वच्छता विभाग के अधिकारियों की बैठक भी हुई, जिसमें सोमवार से काम शुरू करने का निर्णय लिया गया था.
पर अवर प्रमंडल गोंदा व अवर प्रमंडल हटिया में मिट्टी कटाई का काम आदेश नहीं निकाले जाने की वजह से शुरू नहीं हो पाया. मुख्यमंत्री ने 31 मई तक दोनों जलाशयों के सूखे हुए हिस्से से मिट्टी हटाने का निर्देश दिया था. कहा था कि आपात स्थिति के तहत यह काम शुरू किया जाये. विभाग की ओर से यह बताया गया था कि आज से गोंदा डैम में काम शुरू कर दिया जायेगा.
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने पेयजल संकट पर आदेश का अनुपालन नहीं करने पर विभागीय अभियंताओं के प्रति नाराजगी जाहिर की. उन्होंने शहर में चल रहे मैरेज हॉल, बॉटलिंग प्लांट, गैराज और बड़े होटलों में जलापूर्ति पाइपलाइन से की जा रही चोरी रोकने का निर्देश दिया. उन्होंने धावा दल गठित कर छापामारी करने का आदेश दिया.
अपने आवासीय कार्यालय में सोमवार को विभागीय अभियंताओं के साथ बैठक करते हुए श्री चौधरी ने हटिया, कांके और रुक्का डैम की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने अभियंताओं से कहा कि एक वर्ष पहले उन्होंने तीनों डैमों से सिल्ट हटाने का निर्देश दिया था. इस पर काम क्यों नहीं हुआ. उन्होंने दिये गये निर्देश का अनुपालन नहीं होने को गंभीरता से लिया. बैठक में मंत्री के आप्त सचिव लंबोदर महतो , मुख्य अभियंता मुख्यालय रमेश कुमार, अवर प्रमंडल हटिया के कार्यपालक अभियंता केके वर्मा, बूटी प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अजय सिंह एवं गोंदा प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार शामिल थे.
दोनों जलाशयों के सौंदर्यीकरण का पहले से चल रहा है काम
जानकारी के अनुसार गोंदा व हटिया डैम के सौंदर्यीकरण का काम पहले से ही चल रहा है. विभाग की ओर से इस संबंध में पूर्व में निविदा निकाली गयी थी. गोंदा डैम की निविदा 5.5 करोड़ से अधिक और हटिया डैम की निविदा 4.5 करोड़ रुपये में दी गयी है. इस कार्य के लिए संवेदक सिंह इलेक्ट्रिकल्स अौर चुन्नू सिंह को डैम के कैचमेंट एरिया में मूर्ति विर्सजन का टैंक बनाने, स्ट्रीट लाइट लगाने, डैम में पानी के स्रोत पर कैनाल बनाने और गंदे पानी को डैम तक पहुंचने से रोकने और कैचमेंट एरिया में बिछाये गये बोल्डर को री एलाइग्नमेंट करने के काम दिये गये हैं. इन्हें मिट्टी कटाई का काम शुरू करने का मौखिक आदेश भी दिया गया है.
मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने हटिया एवं कांके डैम की साफ–सफाई करने का काम नोमिनेशन के आधार पर किसी संस्था अथवा व्यक्ति को देकर शुरू करने का निर्देश बैठक में दिया. कहा कि डैम के सूखे हिस्से की मिट्टी हटा कर डैम को गहरा किया जाये. यह काम इसी माह चालू करने के आदेश दिये गये. उन्होंने अतिक्रमण भी हटाने की बातें कहीं. श्री चौधरी ने तीनों डैमों से शहरवासियों को की जानेवाली आपूर्ति की जानकारी भी मांगी. उन्हें बताया गया कि रुक्का डैम से सितंबर माह तक, कांके डैम और हटिया डैम से (सप्ताह में हो रही तीन दिन जलापू्र्ति होने पर) जून माह तक ही पानी की आपूर्ति की जा सकेगी.
13 हजार चापानल की ही मरम्मत क्यों : : पेयजल संकट को देखते हुए राज्य भर में विशेष मरम्मत के तहत 28 हजार चापानल के री-प्लेसमेंट के स्थान पर अब तक मात्र 13 हजार की मंजूरी दिये जाने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की. कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में 28 हजार चापानल की मरम्मत का फैसला लिया गया था.
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