तिरिथ महतो ने पूर्व में कटायी गयी रशीद भी दिखायी, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गयी. काफी दिनों तक परेशान रहने के बाद उन्होंने विधानसभा सभा की प्रत्यायुक्त समिति के पास आवेदन दिया. समिति के तत्कालीन सभापति अरुप चटर्जी ने इनकी मांगों को गंभीरता से लिया.
इसके बाद कार्रवाई शुरू की गयी. समिति की बैठक में अधिकारियों से रजिस्टर मंगा कर जांच की गयी. इसमें पाया गया कि रजिस्टर-2 में छेड़छाड़ की गयी है. तिरिथ महतो के नाम पर वाइटनर लगा कर उनकी जगह विश्वनाथ अहीर का नाम दर्ज करा दिया गया है. मामला सही पाये जाने पर समिति ने नामकुम अंचल को तिरिथ महतो के नाम पर रशीद काटने का निर्देश दिया. नामकुम अंचल ने तिरिथ महतो के नाम पर रशीद निर्गत कर समिति को जानकारी दे दी है़