ओरमांझी: प्रखंड अंतर्गत पिपरा बंडा गांव में रविवार को मनरेगा के तहत निर्माणाधीन कूप के धंसने से निर्माण कार्य में लगे चार मजदूर मिट्टी में दब गये. इसमें रूदन देवी (40), शिलो देवी (35), धीरण मुंडा (45) व मुकरी देवी (45) शामिल हैं. काम कर रहे अन्य मजदूरों व ग्रामीणों की मदद से मिट्टी हटा कर सभी घायलों को कुएं से बाहर निकाला गया.
घायलों को इलाज के लिए रांची रिम्स भेजा गया. रास्ते में रूदन देवी की मौत हो गयी, जबकि तीन घायलों का इलाज रिम्स में चल रहा है. सभी पिपरा बंडा गांव के रहनेवाले हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार आम दिनों की तरह सभी मजदूर मनरेगा के तहत कूप निर्माण कार्य कर रहे थे.
ग्रामीणों के अनुसार परशुराम मुंडा की जमीन पर मनरेगा का उक्त कूप निर्माण हो रहा था. निर्माण स्थल पर वर्षों पूर्व सबसे पहले कूप था. फिर उसी जगह पर तालाब का निर्माण किया गया. फिर उसी में कूप का निर्माण किया जा रहा था. जहां कूप निर्माण कार्य चल रहा है, वहां से पुराने कूप का पत्थर करीब पांच ट्रक निकाला गया है. अभी भी अंदर में दो ट्रक पत्थर होगा. कुछ ग्रामीणों का कहना है कि पुराने कूप के कारण ही नये निर्माणाधीन कूप धंस गया. घटना की खबर से गांव में शोक की लहर है. खबर सुनते ही मुखिया प्रतिमा देवी ने सीओ से बात कर मुआवजे की मांग की है.