रांची: स्कूल-कॉलेजों में अवकाश होने के बाद से पिकनिक स्पॉटों पर भीड़ बढ़ने लगी है. पिकनिक स्पॉट पर उनके आनंद में खलल न पड़े, इसके लिए सावधानी बरतनी जरूरी है.
स्कूल कॉलेजों में अवकाश होने के कारण वर्षात से लेकर नववर्ष के प्रथम सप्ताह तक पिकनिक स्पॉट पर भीड़ रहती है. पिकनिक के उमंग और रोमांच में लोग यह भूल जाते हैं कि पिकनिक स्पॉट पर असावधान होने पर जान से हाथ धोने का खतरा भी रहता है. इसी तरह की असावधानी के कारण 24 दिसंबर को दशम फॉल में डूबने से हजारीबाग के एक छात्र की मौत हो गयी. वह डीएवी श्यामली का छात्र था.
तिलैया डैम में भी दो इंजीनियरों की मौत हो गयी. सावधानी बरतने से इस तरह की दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है. विभिन्न पिकनिक स्पॉट के साथ वहां के खतरों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, ताकि वहां जाने वाले सावधानी बरतें.
पर्यटन विभाग चौकस, पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया
पर्यटन सचिव सजल चक्रवर्ती ने बताया कि पिकनिक स्पॉट पर सुरक्षा को लेकर विभाग चौकस व सक्रिय है. रांची और इसके आसपास के पिकनिक स्पॉट पर पर्यटन विभाग ने 15-15 स्थानीय लोगों की तैनाती की है. हुंडरू और जोन्हा फॉल में स्थानीय लोगों के अलावा झारखंड स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है. दशम फॉल और धुर्वा डैम के पास पर्यटन विभाग के सचिवालय के कुछ कर्मचारियों को तैनात किया गया है. स्थानीय लोगों का काम वहां आने वाले लोगों को खतरों के प्रति सावधान करना है. उन्हें हर दिन 170 रुपये की दर से भुगतान किया जाता है.
उन्होंने बताया कि दशम फॉल में स्थानीय लोगों को नियुक्त करने को लेकर दो गांवों के बीच विवाद चल रहा है. इसे सुलझाने के लिए बीडीओ के साथ ग्रामीणों की एक बैठक बुलायी गयी है. विवाद के निपटारे के बाद 26 दिसंबर से वहां भी 15 लोगों को नियुक्त कर दिया जायेगा. दशम फॉल में पहले की गयी लोहे की बैरिकेडिंग को चोरों ने काट लिया है. सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बांस से बैरिकेड किया जायेगा. सचिव ने बताया कि राज्य के सभी जिलों के एसपी को पत्र लिख कर कहा गया है कि पिकनिक स्पॉट पर लोगों की सुरक्षा को लेकर फोर्स तैनात करें.