24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

32 कुएं सूखे, 12 में से सात नलकूप बेकार

रांची: नामकुम प्रखंड का एक गांव है महिलौंग. टाटीसिलवे से करीब तीन किमी पहले रांची-पुरुलिया मार्ग के किनारे स्थित इस गांव में जलसंकट गहरा रहा है. गांव वालों की चिंता खेती की नहीं, अपने घर परिवार के लिए पानी की बुनियादी जरूरत को पूरा करने की है. ग्रामीणों की मानें, तो मार्च के महीने में […]

रांची: नामकुम प्रखंड का एक गांव है महिलौंग. टाटीसिलवे से करीब तीन किमी पहले रांची-पुरुलिया मार्ग के किनारे स्थित इस गांव में जलसंकट गहरा रहा है. गांव वालों की चिंता खेती की नहीं, अपने घर परिवार के लिए पानी की बुनियादी जरूरत को पूरा करने की है. ग्रामीणों की मानें, तो मार्च के महीने में पानी की एेसी स्थिति पहले नहीं हुई है. करीब 70 वर्षीय बुजुर्ग गणेश महतो ने कहा कि पहले अप्रैल तक उनके कुएं में तीन-चार फीट पानी रहता था.

ग्रामीणों के अनुसार, करीब डेढ़ हजार की आबादी वाले महिलौंग में 30-32 कुएं हैं, जो लगभग सूख गये हैं. तीन-चार कुअों में नाममात्र का (एक से डेढ़ फीट) पानी है, जो किसी काम का नहीं है. इधर गांव में लगे करीब 12 नलकूपों में से सिर्फ पांच ठीक हैं. इनमें भी ठहर-ठहर कर पानी निकलता है.

गांव की सोनी व चिंता देवी के लिए अपने परिवार के खाने, पकाने व नहाने के लिए पानी का जुगाड़ मुश्किल हो रहा है. दोनों ने कहा कि उनके घर के सामने स्थित नलकूप पर पानी के लिए सुबह तीन बजे से लाइन लगती है. जो सुबह अाया, उसे पानी मिल गया. फिर 10-15 मिनट रुक-रुक कर नलकूप से पानी निकालना पड़ता है. गांव के शिव कुमार महतो का कुआं करीब 20 फीट व्यास वाला है. इसमें भी मुश्किल से एक फीट पानी है. शिव कुमार के घर में पानी घर के सामने वाले उसी नलकूप से आता है, जहां सुबह तीन बजे से पानी के लिए लाइन लगती है. गांव में दो तालाब भी है. एक सरकारी व एक निजी. निजी तालाब सूख गया है. सरकारी तालाब में एक फीट पानी बचा है. गांववालों की चिंता है कि अप्रैल व मई में जब धरती तपेगी, तब क्या होगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें