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नहीं बदला ऑटो का रंग
अनदेखी. हाइकोर्ट का आदेश लागू कराने में विफल रहा जिला प्रशासन परमिटधारी सभी अॉटो का रंग हरा कराने का आदेश जारी हुआ है. यह काम 25 मार्च तक करा लेना था, लेकिन यह काम करा पाने में जिला प्रशासन विफल रहा. रांची : रांची शहर में चल रहे ऑटो का रंग बदलने के लिए जिला […]
अनदेखी. हाइकोर्ट का आदेश लागू कराने में विफल रहा जिला प्रशासन
परमिटधारी सभी अॉटो का रंग हरा कराने का आदेश जारी हुआ है. यह काम 25 मार्च तक करा लेना था, लेकिन यह काम करा पाने में जिला प्रशासन विफल रहा.
रांची : रांची शहर में चल रहे ऑटो का रंग बदलने के लिए जिला प्रशासन ने 25 मार्च तक का समय दिया था. अब वह डेड लाइन खत्म हो चुका है. तय तिथि के बाद भी ऑटो का रंग नहीं बदला. जिला प्रशासन ने 19 मार्च को बैठक कर सभी ऑटो चालकों को निर्देश जारी किया था.
ऑटो संचालकों को इसकी सूचना दी गयी थी, लेकिन अब तक कलर करवाने की दिशा में ऑटो चालकों की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी. रांची शहर में परमिट वाले ऑटो की संख्या 2,335 है. बताया जाता है कि रांची शहर में 7000 से अधिक ऑटो चल रहे हैं. 3,500 से अधिक पेट्रोल ऑटो हैं. शहर में कुछ चालकों ने ही ऑटो को हरा रंग कराया है.
विरोध कर रहे ऑटो चालक
आदेश के विरोध में शहर के सभी ऑटो चालक एकजुट हो गये हैं. झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ के संस्थापक सह प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सोनी ने बताया कि यह गरीबों के साथ अन्याय है. 27 मार्च को दिन के दो बजे जयपाल सिंह स्टेडियम में सभी चालकों की बैठक बुलायी गयी है. इसमें आगे की रणनीति तय की जायेगी.
आयुक्त कार्यालय का घेराव 29 मार्च को
झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो महासंघ ने 29 मार्च को आयुक्त कार्यालय के समक्ष धरना देने का निर्णय लिया है. इस दौरान मांगों से संबंधित आयुक्त केके खंडेलवाल को ज्ञापन सौंपा जायेगा. महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन यादव ने कहा कि सरकार गरीब ऑटो चालकों को बेरोजगारी व भुखमरी की कगार पर लाना चाहती है. बैठक में सुनील कुमार सिंह, शैलेंद्र वर्मा, पंकज सिंह, विजय यादव, संजय तिवारी, सतीश यादव, महफूज आलम व प्रमोद कुमार सिंह समेत कई सदस्य मौजूद थे.
चालकों के साथ बैठक में दिया गया था निर्देश
पिछले माह नौ फरवरी को क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार राजेश कुमार बरवार की अध्यक्षता में सभी ऑटो चालकों की बैठक बुलायी गयी थी. इस दौरान उन्हें इस बारे में आवश्यक निर्देश दिया गया था.तीन तरह के रंग होंगेरांची शहरी क्षेत्र में चलने वाले ऑटो को हरा रंग करवाना है.
महिलाएं जो ऑटो चलाती हैं, उन्हें गुलाबी रंग कराना है.
जो ऑटो नगर निगम क्षेत्र से बाहर चलते हैं, उन्हे सामान्य रंग काला व पीला रंग किया जाना है.
उच्च न्यायालय का आदेश
उच्च न्यायालय ने कहा था कि शहर में चल रहे ऑटो को चिह्नित करने के लिए कलर कोडिंग क्यों नहीं की गयी है. शहर में परमिटधारी ऑटो का रंग दूसरों से अलग हो.
की जायेगी कार्रवाई
कलर नहीं करने वाले ऑटो वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जायेगी. जल्द ही ट्रैफिक एसपी के साथ बैठक कर रोड चेकिंग अभियान चलाया जायेगा. आदेश का पालन हर हाल में करना है.
राजेश कुमार बरवार, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के सचिव
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