एसएसपी ने बताया कि विनोद बिहारी सिंह 16 जून 2015 को पेशी के दौरान रांची सिविल कोर्ट परिसर से फरार हो गया था़ उस समय कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी़ उस समय से ही रांची पुलिस उसकी तलाश में थी़ उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने एक टीम का गठन किया था. टीम में डीएसपी संदीप गुप्ता, दारोगा कुमार सरयू आनंद, राकेश कुमार सिंह, सिपाही सुनील कुमार कुल्लू, एजाज अंसारी, रामचंद्र काशी व भीम राम शामिल थे.
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सफलता. अपराधी विनोद बिहारी हाजीपुर से गिरफ्तार
रांची पुलिस ने अपहरण, रंगदारी, गोली चलाने के आरोपी विनोद बिहारी सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह उर्फ भूलन सिंह को गिरफ्तार किया है़ वह 16 जून 2015 को पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से फरार हो गया था़ वह मूल रूप से पलामू के डालटनगंज थाना क्षेत्र के नावाटोली गांव का निवासी है़. रांची : […]
रांची पुलिस ने अपहरण, रंगदारी, गोली चलाने के आरोपी विनोद बिहारी सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह उर्फ भूलन सिंह को गिरफ्तार किया है़ वह 16 जून 2015 को पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से फरार हो गया था़ वह मूल रूप से पलामू के डालटनगंज थाना क्षेत्र के नावाटोली गांव का निवासी है़.
रांची : विनोद बिहारी को हाजीपुर से गिरफ्तार किया गया है़ उसके खिलाफ रांची में आठ से अधिक जघन्य अापराधिक मामले दर्ज है़ं वह पलामू के कुख्यात अपराधी व गिरोह का सरगना कुणाल सिंह उर्फ सोनू सिंह उर्फ आकाश सिंह के साथ मिलकर कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है़ यह जानकारी एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दी़.
एसएसपी ने बताया कि विनोद बिहारी सिंह 16 जून 2015 को पेशी के दौरान रांची सिविल कोर्ट परिसर से फरार हो गया था़ उस समय कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी़ उस समय से ही रांची पुलिस उसकी तलाश में थी़ उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने एक टीम का गठन किया था. टीम में डीएसपी संदीप गुप्ता, दारोगा कुमार सरयू आनंद, राकेश कुमार सिंह, सिपाही सुनील कुमार कुल्लू, एजाज अंसारी, रामचंद्र काशी व भीम राम शामिल थे.
किस-किस मामले में थी तलाश : कडरू के नाथ अस्पताल के समीप रहनेवाले मनीष कुमार से रंगदारी की मांग व जान मारने की धमकी की प्राथमिकी 20 दिसंबर 2014 को अरगोड़ा थाना में दर्ज करायी गयी थी़ इस मामले के अनुसंधान में विनोद बिहारी सिंह के साथ अपराधी कुणाल सिंह उर्फ सोनू सिंह उर्फ आकाश सिंह का नाम भी आया था़ सुखदेवनगर थाना में गुड़िया देवी ने 20 दिसंबर 2014 को विनोद बिहारी सिंह व एक अन्य पर षड्यंत्र कर जान मारने की नीयत से अपहरण कर बलात्कार करने का आरोप लगा कर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी़ इस कांड में चार्जशीट दाखिल की गयी थी. 21 दिसंबर 2014 को सुखदेवनगर थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी रणधीर कुमार ने विनोद बिहारी सिंह व अन्य के खिलाफ रंगदारी व गोली चलाने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी, इस मामले में भी उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी थी. कोतवाली थाना में 16 जून 2015 को रांची कोर्ट हाजत प्रभारी दारोगा सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कोर्ट परिसर से विनोद बिहारी सिंह के फरार होने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी़ निलय इंस्टीट्यूट के संचालक भीम मुंडा का फिरौती के लिए अपहरण करने का आरोप लगाते हुए भीम मुंडा के पुत्र मनीष मुंडा ने बुढ़मू थाना में उस पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी़ इसके अलावा लोहरदगा में अपहरण कर हत्या, पलामू के डालटनगंज थाना क्षेत्र में गोली मार कर हत्या की प्राथमिकी दर्ज है़
डरा-धमका कर रंगदारी वसूलना है गिरोह का काम
एसएसपी ने बताया कि विनोह बिहारी, कुणाल सिंह गिरोह का मुख्य अपराधी है़ गिराेह मूल रूप से पलामू में ज्यादा सक्रिय है़ इस गिरोह में 10-12 सदस्य है़ं यह गिरोह नया काम शुरू करनेवालों को डरा-धमका कर रंगदारी वसूलता है. रंगदारी नहीं देने पर फिरौती के लिए अपहरण भी इस गिरोह द्वारा कर लिया जाता है़ गिरोह पलामू के अलावा रांची, धनबाद, हजारीबाग व जमशेदपुर के बड़े व्यवसायी व ठेकेदार आदि को अपना निशाना बनाता है़
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