रांचीः झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक के वरीय सलाहकार अक्षय कुमार सिंह ने कहा कि यहां के सहकारी बैंकों में कोर बैकिंग सिस्टम (सीबीएस) सिस्टम लागू करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. पहले तो बैंकों के संचालक ही इसके लिए तैयार नहीं थे. उनका मानना था कि इससे निवेशकों का भरोसा बैंक से टूटेगा. कई बड़े निवेशक ऐसे भी थे जो नहीं चाहते थे कि कागजी प्रक्रिया से दूर हो.
उनको बैंकों के एक्सपर्ट से मिलाया गया. एक टीम को कोलकाता ले जाकर पूरी व्यवस्था की जानकारी दी गयी. एक कोर टीम बनायी गयी. दो तकनीकी विशेषज्ञ रखे गये. सहकारिता के अधिकारी को नेतृत्व दिया गया. अब तो बैंकों ने आसानी से सीबीएस सिस्टम को अपना लिया है. अधिकारियों को इसका लाभ समझ में आ गया है. अब तो हम एटीएम, आरटीजीएस, माइक्रो एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग आदि व्यवस्था लागू करने की स्थिति में है.
इस मामले मेंआरबीआइ से बातचीत चल रही है. लैंपस-पैक्स को माइक्रो एटीएम से जोड़ने पर काम हो रहा है. एंटी मनी कोडिंग और सीटीएस पर भी सहकारी बैंक काम कर रहा है.