रांची: बिहार पंचायत चुनाव में झारखंड पुलिस हर स्तर पर बिहार पुलिस को सहयोग करेगी. चुनाव से पहले सीमा क्षेत्र पर नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलायेगी. यह फैसला बुधवार को पटना में हुई दोनों राज्यों के डीजीपी समेत अन्य वरिष्ठ अफसरों की इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन बैठक में लिया गया. बैठक में यह भी तय […]
रांची: बिहार पंचायत चुनाव में झारखंड पुलिस हर स्तर पर बिहार पुलिस को सहयोग करेगी. चुनाव से पहले सीमा क्षेत्र पर नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलायेगी. यह फैसला बुधवार को पटना में हुई दोनों राज्यों के डीजीपी समेत अन्य वरिष्ठ अफसरों की इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन बैठक में लिया गया.
बैठक में यह भी तय किया गया कि दोनों राज्यों की पुलिस नक्सली गतिविधि की सूचनाएं एक-दूसरे से साझा करेंगे. बैठक में भाग लेने के लिए झारखंड के डीजीपी डीके पांडेय, एडीजी अभियान एसएन प्रधान, एडीजी स्पेशल ब्रांच अनुराग गुप्ता, हजारीबाग डीआइजी उपेंद्र कुमार, पलामू के डीआइजी साकेत सिंह, सीआइडी के एसपी नरेंद्र सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारी पटना गये थे. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एडीजी एसएन प्रधान ने बताया कि बिहार व झारखंड के लगभग दो दर्जन जिले की सीमा एक-दूसरे से जुड़ी है.
नक्सली व अपराधियों की आवाजाही लगी रहती है. इसलिए गिरिडीह, जमुई, गया, पलामू, औरंगाबाद, चतरा के सीमा क्षेत्र पर संयुक्त कैंप लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया. सीमा क्षेत्र की पुलिस के लिए वायरलेस फ्रिक्वेंसी व मोबाइल नंबर शेयर करने पर सहमति बनी है. सीमा क्षेत्र के जिलों के एसपी के बीच हर माह बैठक होगी, जिसमें डीएसपी और थानेदार भी शामिल होंगे. दोनों राज्यों की सीआइडी की टीम अंतरराज्यीय अपराधियों की गतिविधि को रोकने के लिए साथ मिल कर काम करेगी.
शराब तस्करों के खिलाफ बनी कार्रवाई की रणनीति
बिहार में एक अप्रैल से शराबबंदी लागू होने जा रही है. इस कारण सीमा क्षेत्र पर शराब की तस्करी पर रोक लगाने पर बैठक में चर्चा की गयी. शराब की तस्करी को रोकने के लिए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रणनीति तैयार की गयी है. तैयार प्रस्ताव के आधार पर ही सीमा क्षेत्र की पुलिस शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.