उन्होंने बोधगया-ईटखोरी, रांची-राजरप्पा सर्किट को विकसित करने, पहाड़ी मंदिर पर रोपवे बनाने, पतरातू डैम को विकसित करने, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर झारखंड के पर्यटन स्थलों की जानकारी देने जैसे सुझाव दिये. पर्यटन विभाग के द्वारा बैठक में बताया गया कि शुरुआती चरण में राज्य के प्रमुख 25 पर्यटन स्थलों पर विशेष जोर रहेगा. राज्य में छह तरह के पर्यटन विकसित किये जा सकते हैं.
इसमें धार्मिक पर्यटन पहले से भी काफी बेहतर है. इसके अलावा इको टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, ट्राइबल टूरिज्म और हेरिटेज टूरिज्म पर काम किया जा सकता है. बैठक में पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी, मुख्य सचिव राजीव गौबा, विकास आयुक्त अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, पर्यटन विभाग के सचिव अविनाश कुमार, ऊर्जा विभाग के सचिव एसकेजी रहाटे, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार बर्णवाल आदि थे़